त्यौहारी सीजन में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली संदेह

in #food2 years ago

त्यौहारी सीजन में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में, स्टोर किए खोए से तैयार की जा रही मिठाईया
-घटिया मिठाई बेचने वालो के खिलाफ सरकार सख्त, अन्य जिलो के स्वास्थ्य अधिकारी भी रखेंगे मिलावटखोरो पर नजर-

फिरोजपुर
त्यौहारी सीजन से पहले मिलावटखोरो पर सख्त कार्यवाई के लिए सरकार ने ठोस नीति तैयार कर ली है। जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग के अन्य जिलो के अधिकारियो द्वारा भी मिलावटी सामान बेचने वालो पर गिद्ध दृष्टि रखी जाएगी। अकसर देखा जाता है कि फैस्टिवल सीजन में स्वास्थ्य विभाग की टीम कस्बो में हलवाईयो की दुकान पर जाकर मिठाईयो के सैंपल भरकर खानापूर्ति कर लेती है, जबकि वर्षो से नामी व ऊंची दुकान वाले हलवाईयो पर अधिकारी मेहरबान रहते है। जब कोई ऐसी दुकानो पर सैंपल ना भरने के बारे में पूछता है तो शिकायत ना आने का रटारटाया जवाब देकर बात को गोलमोल कर दिया जाता है।
फिरोजपुर में स्पैशल डयूटी पर लुधियाना से नियुक्त हुए फूड सेफ्टी अधिकारी तरूण बांसल ने बताया कि विभाग द्वारा रूटीन में चैकिंग की जा रही है और मिलावटखोरो पर उनकी सख्त निगाह बनी हुई है। उन्होंने कहा कि फिल्हाल वह कुछ समय के लिए ही यहां पर तैनात है। उन्होंने कहा कि सैंपल लेते समय छोटी-बड़ी दुकान नहीं देखी जाती बल्कि हरेक का सैंपल लिया जाता है ताकि लोग मिलावटी सामान से बच सके।
स्टोर खोए की बन रही मिठाईया
पता चला है कि कुछ हवाईयो द्वारा त्यौहारो से पहले कोल्ड स्टोर में खोए का भंडारण किया जाता है और त्यौहार आने पर उसी से मिठाईया तैयार कर ली जाती है। विभाग ऐसे भंडारण स्थलो तक पहुंच बनाने में भी नाकाम साबित हुआ है। बताना जरूरी है कि कुछ वर्ष पहले विभाग द्वारा की गई एक हलवाई की दुकान पर रेड़ के दौरान काफी मात्रा में गंदा खोया बरामद हुआ था।
खूब बिक रहा मिलावटी सरसो का तेल
ना सिर्फ मिठाईया बल्कि कुछ करियाना दुकानो पर मिलावटी सरसो का तेल भी धड़ल्ले से बिक रहा है। मिलावटखोरो द्वारा खुले सरसो के तेल में विभिन्न तरह के रसायन मिलाकर लोगो को बेचकर खूब चांदी लूटी जा रही है। नकली सरसो के तेल से विभिन्न तरह की बीमारिया फैलने का खतरा बना रहता है।
जिला फूड सेफ्टी इंस्पैक्टर हरविन्द्र शर्मा ने कहा कि विभाग द्वारा रूटीन में सैम्पलिंग का क्रम जारी है। उनके द्वारा पूरे जिले में समय-समय पर चैकिंग की जाती है और सैंपल भरने के बाद खरड़ लैब में भेजे जाते है। मिलावटखोरो को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।