बाढ़ के पानी में जीवन की लड़ाई: बीमार बेटी को पिता ने कंधे पर बिठाकर अस्पताल पहुंचाया

in #flood5 days ago

फर्रुखाबाद 14 सितम्बरः(डेस्क)फर्रुखाबाद जिले में बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। बाढ़ के पानी में फंसे गांवों में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप हो गई हैं। हेल्थ वेलनेस सेंटर बंद पड़े हैं और स्वास्थ्य शिविर नहीं लग रहे हैं, जिससे ग्रामीणों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

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कंपिल क्षेत्र के गांव मधवापुर के निवासी सुनील ने अपनी तीन वर्षीय बेटी एशिका की तबीयत बिगड़ने पर उसे कंधे पर बिठाकर बाढ़ के पानी से पार किया। एशिका को बुखार था, और गांव में स्वास्थ्य शिविर न लगने के कारण सुनील को झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराना पड़ा।

जब शुक्रवार को एशिका की हालत बिगड़ी, तो सुनील ने बिना किसी नाव की सहायता के बाढ़ के पानी में उतरने का निर्णय लिया। उन्होंने करीब आधा किलोमीटर बाढ़ के पानी में चलकर और फिर पांच किलोमीटर पैदल चलकर मुख्य मार्ग पर पहुंचे। वहां राहगीरों की मदद से वे कंपिल पहुंचे और अस्पताल में बेटी का इलाज कराया।

इस घटना से स्पष्ट है कि बाढ़ के कारण स्वास्थ्य सेवाओं की कमी ने ग्रामीणों के लिए जीवनदायिनी चिकित्सा सेवाओं तक पहुंचना अत्यंत कठिन बना दिया है। स्थानीय प्रशासन को इस स्थिति का समाधान निकालने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।