गोंडा में बाढ़ से 40 गांव के लोग प्रभावित

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गोंडा 18 सितंबर : (डेस्क) घाघरा नदी में 278484 क्यूसेक पानी कई बैराजों से छोड़ा गया है।इसके बावजूद, नदी का जलस्तर तेजी से घट रहा है; पिछले 48 घंटे में 56 सेंटीमीटर की कमी आई है।

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गोंडा में घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 36 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है, जो स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। हाल ही में, नदी में 278484 क्यूसेक पानी विभिन्न बैराजों से छोड़ा गया है। इसके बावजूद, नदी का जलस्तर तेजी से घट रहा है। पिछले 48 घंटों में, घाघरा नदी का जलस्तर 56 सेंटीमीटर कम हुआ है, जो एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन फिर भी बाढ़ का खतरा बना हुआ है।

घाघरा नदी का बढ़ता जलस्तर कई गांवों में बाढ़ की स्थिति को जन्म दे सकता है। स्थानीय प्रशासन ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया है और प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया है। कई गांवों में बाढ़ के कारण संपर्क टूट गया है, जिससे ग्रामीणों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

हालात की गंभीरता को देखते हुए, प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में नावों के माध्यम से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा, स्थानीय अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित गांवों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं।

नदी के किनारे रहने वाले लोग अब अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और प्रशासन से उचित कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। कई ग्रामीणों ने बताया कि अगर जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा, तो उनके घरों में पानी भरने की संभावना है।

इस स्थिति में, स्थानीय लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। घाघरा नदी का जलस्तर घटने की प्रक्रिया जारी है, लेकिन बाढ़ के खतरे को लेकर सावधानी बरतना आवश्यक है। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है और आवश्यकतानुसार राहत कार्यों को तेज करेगा।