45 CM ऊपर घाघरा नदी...20 गांव में बाढ़ का खतरा

in #flood5 days ago

गोंडा 14 सितंबर : (डेस्क) तरबगंज और कर्नलगंज तहसील के 20 गांवों में बाढ़ का खतरा।गांवों में बाढ़ का पानी पहुंचने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।घाघरा नदी के तेजी से बढ़ते जल स्तर के कारण बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।

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घाघरा नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ने से तरबगंज और कर्नलगंज तहसील के 20 गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। लगभग एक दर्जन से अधिक गांवों में पहले ही बाढ़ का पानी पहुंच चुका है, जिससे लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

घाघरा नदी का जल स्तर बढ़ने का मुख्य कारण पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश है। लगातार हो रही बारिश ने नदी के जल स्तर को काफी बढ़ा दिया है, जिससे आस-पास के गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। बाढ़ग्रस्त गांवों में लोगों के घर जलमग्न हो गए हैं और उन्हें अपने घरों से बाहर निकलना पड़ रहा है।

बाढ़ के कारण लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उनके घर और खेत जलमग्न हो गए हैं, जिससे उन्हें अपने दैनिक जीवन में बाधा आ रही है। कई लोगों को अपने घरों से बाहर निकलकर अन्य स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है। बाढ़ का पानी सड़कों पर भी भर गया है, जिससे आवागमन बाधित हो गया है।

स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने राहत शिविरों की स्थापना की है, जहां बाढ़ प्रभावित लोगों को भोजन और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया है।

बाढ़ से निपटने के लिए स्थानीय लोगों ने भी अपना योगदान दिया है। उन्होंने एक-दूसरे की मदद करके बाढ़ के खतरों से निपटने में अहम भूमिका निभाई है। लोगों ने अपने आप को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया है और अन्य लोगों की मदद भी की है।

बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन और स्थानीय लोगों के प्रयासों के बावजूद, बाढ़ प्रभावित लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें अपने घरों और खेतों से दूर रहना पड़ रहा है और उन्हें आवश्यक सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ से होने वाले नुकसान को देखते हुए, यह जरूरी है कि प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर इस समस्या से निपटने के लिए प्रयास करें।