बाढ़ ने बढ़ाई मुश्किलें, घरों में घुसा पानी

in #flood2 days ago

बलिया 17 सितम्बरः (डेस्क)बलिया में गंगा और सरयू नदी का उफान, हजारों लोग प्रभावि उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में गंगा और सरयू नदी में आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है।

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नगर पालिका के तीन वार्ड 10, 11 और 14 के करीब दस मोहल्लों की 12 हजार से अधिक आबादी बाढ़ की चपेट में आ गई है। घरों में पानी घुसने के कारण लोगों को छत पर शरण लेनी पड़ रही है। सब्जी की खेती करने वाले किसान नाव से पानी में डूब रहे खेतों से सब्जियों को तोड़ते दिख रहे हैं।

गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
गंगा का जलस्तर खतरे के निशान 64.010 मीटर से ऊपर 64.430 मीटर तक पहुंच गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, नदी का जलस्तर डेढ़ सेमी प्रति घंटे की दर से बढ़ रहा है। बाढ़ का पानी मल्लेपुर और नरसिंहपुर के खेतों से होते हुए लोगों के घरों तक पहुंच गया है। किसानों की मक्का, मूंग, बाजरा समेत अन्य खरीफ फसलें डूब गई हैं।

सरयू नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर
सरयू नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान 64.010 मीटर से 42 सेंटीमीटर ऊपर 64.430 मीटर तक पहुंच गया है। नदी के अप्रत्याशित उफान से लोगों में खलबली मच गई है। बलिया के अलावा अयोध्या, मऊ, आजमगढ़ समेत अन्य जिलों में भी सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत कार्य जारी
प्रशासन बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत कार्य में जुटा हुआ है। मोकलपुर में कटान से प्रभावित 3 परिवारों को राहत शिविर में शिफ्ट किया गया है। बाढ़ राहत कार्यों के लिए प्रशासन द्वारा 24 घंटे चलने वाली नावों का संचालन भी शुरू किया गया है।

बाढ़ से किसानों को भारी नुकसान
बाढ़ से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। गंगा और सरयू नदी के उफान से खेत डूबने से सब्जियों की पूरी फसल बर्बाद हो गई है। किसानों का कहना है कि बाढ़ की वजह से उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा है। बस्तियों में रहने वाले लोग भी बाढ़ के पानी से घिरने का खौफ में हैं।

बाढ़ राहत कार्यों में जुटा प्रशासन
प्रशासन बाढ़ राहत कार्यों में जुटा हुआ है। मोकलपुर में कटान से प्रभावित 3 परिवारों को राहत शिविर में शिफ्ट किया गया है। बाढ़ राहत कार्यों के लिए प्रशासन द्वारा 24 घंटे चलने वाली नावों का संचालन भी शुरू किया गया है। हालांकि, बारिश होने पर जलस्तर फिर से बढ़ सकता है, जिससे राहत कार्यों में परेशानी हो सकती है।

निष्कर्ष
बलिया में गंगा और सरयू नदी का उफान लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। हजारों लोग बाढ़ की चपेट में आ गए हैं और किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। प्रशासन बाढ़ राहत कार्यों में जुटा हुआ है, लेकिन बारिश होने पर स्थिति और बिगड़ सकती है। बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए प्रशासन को और अधिक प्रयास करने की जरूरत है।