सुदामा चरित्र की कथा सुनकर भक्त हुए भाव विभोर।
सुदामा चरित्र की कथा सुनकर भक्त हुए भाव विभोर
टूंडला। गांव अलावलपुर में चल रही भागवत कथा में सुदामा चरित्र की कथा सुनायी गयी। जिसे सुनकर भक्तगण भाव विभोर हो गये।
कथा वाचक क्षमादास महाराज ने बताया कि जब सुदामा की पत्नी को यह पता चल गया कि द्वारिकाधीस उनके पति के मित्र हैं तो उसने सुदामा से उनसे मिलने के लिये कहा। सुदामा पत्नी के आगे झुक गया और वह द्वारिका जाने के तैयार हो गया। जैसे ही वह भगवान कृष्ण के महल पर पहुंचा वैसे ही उसको देखकर दंग रह गया। उसकी महल के अन्दर घुसने की हिम्मत नहीं हो रही थी लेकिन वह हिम्मत कर महल के पास पहुंचा और उसने द्वारपाल से कहा कि उसके राजा का मित्र है। द्वारपाल ने उसकी बात पर भरोसा नहीं किया और महल के अन्दर नहीं जाने दिया। बाद में द्वारपाल को सुदामा पर दया आ गयी और वह अन्दर गया और भगवान कृष्ण को पूरी बात बतायी। कृष्ण भागते हुए आये और सुदामा को अंदर ले गये। इस कथा को सुन भक्तगण भाव विभोर हो गये इस दौरान प्रधान प्रतनिधि रवि चौधरी ने कथावाचक का स्वागत किया भागवत कथा का भंडारा बुधवार को किया जायेगा।