आईआईटी रुड़की के प्रोफेसरों ने परखी फिरोजाबाद की यातायात व्यवस्था
-शहर भर के 12 चैराहों पर लगी हैं ट्रैफिक लाइट और सीसीटीवी -प्रोफेसरों की टीम इमरजेंसी काल बाक्स व पीए सिस्टम भी देखा
फिरोजाबाद। स्मार्ट सिटी फिरोजाबाद को स्मार्ट बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है। इसी को लेकर शहर भर में आइटीएमएस प्रोजेक्ट के तहत शहर भर के 12 चैराहों पर ट्रैफिक लाइट व सीसीटीवी कैमरे लगवाये गये हैं। इनका निरीक्षण करने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की के प्रोफेसरों द्वारा इसकी गुणवत्ता को परखा गया है।
सुहागनगरी की यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) प्रोजेक्ट स्वीकृत हुआ है। भोपाल की टेक्नोसिस सिक्योरिटी सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने एक दर्जन चैराहों पर ट्रैफिक लाइट व सीसीटीवी का जाल बिछाया है। थर्ड पार्टी के रूप में आईआईटी रुड़की के प्रोफेसरों को प्रोजेक्ट की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रोफेसर डा. नागेंद्र त्रिपाठी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम ने शहर के मीरा चैराहा, सुहाग नगर, सुभाष तिराहा व क्लब चैराहे पर स्थापित ट्रैफिक लाइट व सीसीटीवी कैमरों की गुणवत्ता देखी। कोटला चुंगी, नगला बरी, जाटवपुरी, रसलपुर सहित आठ चैराहों पर स्थापित ट्रैफिक लाइट व सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई। हाइटेक प्रोजेक्ट की जांच कर प्रोफेसरों की टीम वापस लौट गई। प्रोफेसरों द्वारा 12 चैराहों पर स्थापित इमरजेंसी काल बाक्स (पैनिक बटन) से कंट्रोल रूम में फोन कराया गया तथा पीएएस सिस्टम से एनाउंसमेंट भी कराया। इसके बाद नगर निगम कार्यालय परिसर में स्थापित कमांड कंट्रोल रूम से सभी चैराहों की ट्रैफिक व्यवस्था देखी। ई-चाालान का साफ्टवेयर भी चेक किया गया। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि पहली बार में सिविल के प्रोफेसर जांच को आए थे। अब इलेक्ट्रिक व इलेक्ट्रानिक्स के प्रोफेसरों द्वारा जांच की गई। इसके बाद तीसरी टीम भी जांच के लिए आएगी। प्रोजेक्ट की जांच पर 16 लाख खर्च होंगे।