अमिताभ बच्चन और दिलीप कुमार जब पहली और आख़िरी बार एक साथ
फ़िल्म में जेल का एक सीन- एक क़ैदी है जिस पर क़त्ल का इल्ज़ाम है और एक पुलिस अफ़सर है जो जेल में उससे बात करने आया है.
पुलिस अफ़सर- विजय ये मत भूलो कि मैं यहाँ तुम्हारे बाप की हैसियत से नहीं, पुलिस ऑफ़िसर की हैसियत से बात कर रहा हूँ.
विजय- कौन-सी नई बात है. आपने मुझसे हमेशा एक पुलिस ऑफ़िसर की हैसियत से ही बात की है.
पुलिस अफ़सर- देखो विजय अगर तुम्हें मुझसे कोई गिला है कोई शिकायत है, वो ग़लत है, सही है, वो अपनी जगह है. लेकिन यहाँ तुम्हें भूल जाना चाहिए कि तुम मेरे बेटे हो.
Please like