पैतीखेड़ा में अवैध पटाखे फैक्ट्री का संचालन निरंतर जारी, पूर्व में भीषण आग विडियो हुआ था वायरल

in #fatehabad7 months ago

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जान बचाकर भागे 4 दर्जन से अधिक मजदूर

पैतीखेड़ा अवैध पटाखे फैक्ट्री में महिला पुरुषों के साथ दर्जनों नाबालिक भी करते है काम।

पैतीखेड़ा अवैध पटाखे फैक्ट्री में 300 किलो पटाखा जलकर हुआ खाक
फतेहाबाद। थाना क्षेत्र डौकी के अंतर्गत ग्राम पैती खेड़ा मैं अवैध पटाखे की फैक्ट्री का संचालन पिछले काफी समय से चल रहा है। ग्रामीणों के विरोध के बाद इस फैक्ट्री को प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बंद कर दिया गया था। बाहर के कुछ लोग आकर फैक्ट्री का संचालन कर रहे हैं बड़ी मात्रा में यहां बारूद के ढेर पर काम चलता है। फैक्ट्री के अंदर 100 से अधिक मजदूर कार्य करते हैं। पुलिस की सह पर स्थानीय लोगों की जान के साथ खेला जा रहा है। पूर्व में कुछ माह पहले
अवैध पटाखा फैक्ट्री में बीत दिन भीषण आग लग जाने से गांव के लोगों में व

फैक्ट्री के पास बने लगभग दो सो मीटर दूर एस आर डी कान्वेंट स्कूल के पढ़ने वाले छात्रों में अफरा-तफरी मच गई। फैक्ट्री में आग लगने के बाद दूसरे दिन वीडियो एवं फोटो वायरल होने लगे। आग लगने के बाद फैक्ट्री में कर रहे 40 से 50 मजदूर लोग जान बचाकर भाग गए। फैक्ट्री में 300 से 400 सो किलो बारूद में आग लगी और आग लगने के बाद बारूद घंटो तक आवाज के साथ धू धू कर जलती रही। सभी पटाखे व बारूद जलने व फटने के बाद ही पटाखा फैक्ट्री में लगी आग पर काबू पाया गया। वही पटाखा फैक्ट्री गांव के बाहर तालाब के किनारे चारों ओर त्रिपाल तानकर बड़े पैमाने पर पटाखे, धमाकेदार आतिशबाजी व जलने वाली तिलिया बडी मात्रा में बनाई जा रही थी। थाना डौकी पुलिस मौखे पर पहुंची। और घटना का जायजा लिया। वहीं जानकारी के मुताबिक फैक्ट्री अजीज खान तथा पार्टनर मेरठ का बताया जा रहा है। पूर्व कुछ साल पहले भी विस्फोट हुआ था जिसमें 5 बच्चे जल गए थे एक की मृत्यु हो गई थी। अभी कुछ दिन पूर्व ग्राम पैती खेड़ा में एक और नई फैक्ट्री का संचालन हुआ है। एक के बाद एक इसी काम की जुगत में तालाब के पास नई फैक्ट्री का संचालन किया गया।
पैतीखेड़ा के स्थानीय लोगों के द्वारा कई बार इसका विरोध भी किया है। लेकिन इस पर कोई अमल नहीं किया। आखिर छोटे लाइसेंस की आड़ में इतना बड़ा कारखाना कैसे चल रहा है। जिसमें महिला पुरुषों के साथ नाबालिक बच्चे भी काम करते है। पटाखा फैक्ट्री में आग बुझाने की कोई भी सुविधा काम ना आई। बड़ी घटना होने से बच गई। आखिर फैक्ट्री के लाइसेंस धारक मानक सुविधा एवं बचाव तथा उपाय को लेकर कब तक जांच एवं कार्यवाही हो पाएगी। वही पूरा पैतीखेड़ा गांव बारूदी के मुंह पर बैठा है। किसी दुनिया बारूद की अवैध फैक्ट्री पूरे गांव को उड़ा सकती है। पुलिस का इस पर कोई ध्यान नहीं है सूत्रों की जानकारी के अनुसार यह कार्य पुलिस की सह पर चल रहा है।