बिजली की चिंगारी से जली किसानों की फसल
बागपत। छपरौली क्षेत्र के कुडी गांव के बिजली घर से मात्र 2 सौ मीटर फासले पर ट्रांसफार्मर पर तार टकराने से निकली चिंगारी से आसपास की करीब 70 बीघा गेहूं और ईंख की फसल जल गई। घटना की सूचना पर आसपास के किसान एवं पुलिस तथा फायर ब्रिगेड की टीम द्वारा आग पर काबू पाया। घटना बुधवार करीब साढ़े 12 बजे की है जब ट्रांसफार्मर से अचानक चिंगारी निकलने लगी। तार टकराने से ब्लास्ट हुआ और चिंगारी दूर दूर तक गिरने से फसल में आग लग गई। उस समय आसपास के किसान गेहूं की फसल काट रहे थे । आग लगने से आसपास के किसान दौड़कर आए और उन्होंने ट्रैक्टर से आग को आगे बढ़ने से रोकने में लग गए। फायर ब्रिगेड की टीम एवं पुलिस कर्मचारियों ने आग बुझाने में कड़ी मेहनत की। इस दौरान कूड़ी गांव के किसान प्रवीण पुत्र राजसिंह की साढ़े 4 बिघा गेंहू और साढ़े 4 बिघा ईंख, जगबीरी पत्नी बिसंभर के साढ़े 3 बिघा , रेखा पत्नी रमेश के 3 बिघा गेंहू, रामफल पुत्र भोला के 6 बिघा गेंहू, सोमराज पुत्र भोला के 3 बिघा गेंहू, कालूराम पुत्र महावीर के 2 बिघा गेंहू और तिरथ के खेत पर करीब 22 बिघा खेत की तूड़ी जल गई। इन किसानों के अतिरिक्त अन्य किसानों की फसल भी आग की चपेट में आ गई। किसानों का कहना था कि ऊर्जा निगम के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ है । यह घटना में होतीथाना प्रभारी इंस्पेक्टर देवेश कुमार ने बताया की तहरीर मिल गई है । मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।इसके अतिरिक्त शबगा के किसान विनीत पुत्र वीरेंद्र ठेकेदार की 10 बीघा ईख और सत्यप्रकाश पुत्र जयप्रकाश की 10 बीघा ईख की फसल जल गई। किसानों का कहना था एचटी लाइन का तार टूटने से यह फसल जली है लाइन का यह तार काफी जर्जर हो चुका था। शिकायत के बाद भी ऊर्जा निगम ने इसको नहीं बदला। ऊर्जा निगम के कर्मचारी आग लगने की घटना के जिम्मेदार है।