धान सफाई के नाम पर किसानों से खरीदी केन्द्र में की जा रही लूट
- धान सफाई के नाम पर किसानों से खरीदी केन्द्र में की जा रही लूट
- मुख्यमंत्री से किसान ने लगाई गुहार
मंडला. सरकार द्वारा किसानों की उपज समर्थन मूल्य में खरीदी जा रही है जिससे जो किसान अपना खून-पसीना बहाकर खेती करते हैं उन्हें उनकी मेहनत के वाजिब दाम मिल सके लेकिन जिले में चल रही धान खरीदी केन्द्रों में किस तरह किसानों के साथ लूट की जा रही है। इसका जीता जागता उदाहरण मंडला जिला मुख्यालय में देखने को मिला। खरीदी केन्द्र में किसानों से जिस तरह लूट की जा रही है, उससे परेशान होकर एक किसान ने सीएम हेल्पलाईन में शिकायत करते हुए इस पर कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी अनुसार बड़ी खैरी स्थित खरीदी केन्द्र जहां जिला थोक उपभोक्ता भण्डार मंडला द्वारा खरीदी की जा रही है। यहां प्रभारी की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिसकी शिकायत एक किसान द्वारा सीएम हेल्पलाईन में की गई है। शिकायतकर्ता किसान ने बताया है कि जब वे धान लेकर खरीदी केन्द्र पहुंचे तो यहां उनकी धान साफ नहीं होने की बात कहकर सफाई कराने के लिए कहा गया। किसान ने बताया कि धान सफाई के बदले 2 रूपये 50 पैसे प्रति बोरी और 7 रूपये प्रति बोरी धान फैलाने के नाम पर मांगे गए। शिकायत कर्ता किसान के अनुसार उन्होंने केन्द्र के प्रभारी से इसकी शिकायत की तो उन्होंने उचित राशि लिए जाने की बजाय सफाई का काम मजदूरों का है यह कहकर पल्ला झाड़ लिया।
किसान का कहना था कि जब केन्द्र प्रभारी बनाए गए हैं और केन्द्र में किसान से अवैध तरीके से पैसों की मांग की जा रही है तो प्रभारी को उसका निराकरण करना चाहिए लेकिन समस्या का निराकरण करने के बजाय वे इसे मजदूरों का मामला बताकर पल्ला झाडऩे का प्रयास कर रहे हैं। जिससे परेशान होकर किसान ने सीएम हेल्पलाईन में शिकायत की है। इस शिकायत के निराकरण का इंतजार किसान कर रहा है।
- रोजाना लाखों का लगा रहे चूना :
शिकायतकर्ता किसान का कहना है कि उनकी तरह रोजाना कई किसानों से इसी तरह की वसूली मजदूरों को सामने करके कराई जा रही है। एक-एक किसान 500 से 1000 बोरे तक धान लेकर पहुंच रहे हैं और यदि उनसे इसी तरह 8 से 10 रूपये प्रति बोरे के एवज में वसूली की जा रही है तो ऐसे में समझा जा सकता है कि रोजाना धान खरीदी केन्द्रों के प्रभारियों के संरक्षण में किसानों से हजारों लाखों की अवैध कमाई की जा रही है। शिकायतकर्ता किसान ने कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री स्तर पर शिकायत कर पूरे मामले की जांच कराकर उचित कार्यवाही की मांग की है।