आजमगढ :10 फर्जी शिक्षकों में से 8 के खिलाफ एफआईआर दर्ज, 9 की सेवा समाप्त,

आजमगढ़: एसटीएफ द्वारा जिले में फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी करने वाले 10 शिक्षकों की पहचान के बाद भी अभी तक उनके विरुद्ध एफआईआर नहीं दर्ज नहीं हो सकी है। बेसिक शिक्षा के महानिदेशक ने बीएसए को दस फर्जी शिक्षकों की सूची भेजकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के लिए निर्देश जारी किए थें।Screenshot_20220721-174440_Video Player.jpg
पूरे प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों में फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर शिक्ष की नौकरी हासिल करने वाले शिक्षकों के खिलाफ शासन ने जांच कराई। जांच के लिए शासन ने एसटीएफ को नामित किया। एसटीएफ ने जांच की तो जिले में दस ऐसे शिक्षक मिले जिन्होने फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी हासिल की थी। जिसके बाद एसटीएफ ने विद्यालयों की सूची और शिक्षकों सहित नाम सूची शिक्षा विभाग को उपलब्ध कराई और शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्देष दिया था। जिसमें पू.मा. वि. जमीन दसावं , प्रा.वि. सीही विकासखंड सठियांव, प्राथमिक विद्यालय पिछौरा, प्रा.वि. छीरीब्राह्मण, कंपोजिट विद्यालय फदगुदिया पवई, प्रा.वि. गोमाडीह ठेकमा, प्रा.वि. भटपुरवा पठकौली अतरौलिया, प्रा.वि. राजापट्टी अहरौला व प्रा. वि. नरायनपुर साउथ में दस शिक्षक शामिल थे। एसटीएफ की रिपोर्ट पर बेसिक शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार सिंह को दस शिक्षकों के खिलाफ संबन्धित थानों में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये थे लेकिन समय बितने के बाद भी इन शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कराई जा सकी। वहीं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार सिंह का कहना है कि एसटीएफ ने फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर शिक्षक की नौकरी पाने वाले दस लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिये गये थे। जिसमें से आठ शिक्षकों के खिलाफ सम्बन्धित थानों में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। एक शिक्षक की जांच जारी है। जबकि एक शिक्षक की सेवा समाप्त की है, लेकिन शिक्षक ने उच्च न्यायालय में रिट दाखिल की गई है। कोर्ट से जो भी निर्णय आयेगा उसके बाद कार्रवाई की जायेगी।