राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समाज का गौरव-राज्यपाल

in #event2 years ago

सिकल सेल और टीवी रोग के प्रति जागरूकता फैलाने के पवित्र कार्य में सभी सहभागी बने-राज्यपाल
युवा गरीब, कमजोर और असहाय लोंगो तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने में मदद करें-राज्यपाल
राज्यपाल ने दूरस्थ बैगा बहुल ग्राम चचानडीह में जनसंवाद कार्यक्रम में लोगों की समस्याएं सुनी
अनूपपुर। प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि आदिवासी समाज के लिए यह सुनहरा युग है। इस युग में आदिवासी समाज के लोग अच्छी शिक्षा ग्रहण कर आगे बढ़ रहे है। उन्होंने कहा कि मै मध्यप्रदेश का राज्यपाल हूं पर मै आदिवासी समाज से हूं। देश की राष्ट्रपति महामहिम श्रीमती द्रोपती मुर्म भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति है, जिस पर आदिवासी समाज को गर्व है। उन्होंने कहा कि मै जिस आदिवासी बाहुल्य ग्राम पंचायत में जन संवाद कर रहा हूं इस ग्राम पंचायत की सरपंच आदिवासी महिला है, यह जानकर मुझे बेहद खुशी हुई। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज पढ़ लिखकर आगे बढ़ रहा है और यह युग आदिवासी समाज का सुनहरा युग है। राज्यपाल श्री मंगु भाई पटेल आज शहडोल संभाग के अनूपपुर जिले के ग्राम चचाडीह में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थें। राज्यपाल कहा कि सिकल सेल और टीवी की बीमारी जानलेवा बीमारी है, सिकल सेल की बीमारी जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों में ज्यादा होती है। सिकल सेल की जानकारी आदिवासी समाज को नही होती है। उन्होंने कहा कि सिकल सेल बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के पुनीत और पवित्र कार्य में सभी जनप्रतिनिधि, शासकीय अधिकारी एवं कर्मचारी, चिकित्सक और युवा सहभागी बने। उन्हानें कहा कि मध्यप्रदेश में 21 प्रतिशत जनसंख्या आदिवासी समाज की है, इस समाज तक सिकल सेल और क्षय रोग से बचाव की जानकारी पहुंचना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि सिकल सेल से बचाव का अभियान झाबुआ और अलीराजपुर से प्रारंभ हुआ है। यह अभियान प्रदेश के अन्य जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र में प्रारंभ कराएं। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि सिकल सेल और टीवी रोग के प्रति जागरूकता फैलाने के पवित्र कार्य में सहभागी बने। उन्होंने कहा कि सिकल सेल और टीवी की बीमारी के लिए शासन स्तर से भी प्रयास किए जा रहे है, किन्तु इसमें सामाजिक जागरूकता आवश्यक है। राज्यपाल ने कहा कि आयुष्मान योजना, वृद्धा पेंशन योजना एवं अन्य योजनाओं का लाभ गरीब और कमजोर तबके के लोगों तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा कि मै सामाजिक कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों एवं युवाओ से अपील करता हूं कि वे गरीब, कमजोर और असहाय लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाए। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज मेहनत कश समाज है। आदिवासी समाज किसी की दया पर जीने वाला समाज नही है, आवश्यकता इस बात कि है आदिवासी समाज की ताकत को नई दिशा मिले, इससे आदिवासियों की प्रगति और उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने लोगो से अपील करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों को ऑगनवाड़ी और स्कूल भेजें, बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाकर कलेक्टर, डॉक्टर, इंजीनियर बनाएं। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है, इन योजनाओं का लाभ लेकर अपने बच्चों को खूब पढाएं। राज्यपाल ने कहा कि नशा एवं धूम्रपान जैसे दुर व्यसनो से दूर रह कर बच्चों को अच्छी शिक्षा दें और बच्चों को बढने के लिए अच्छा वातावरण भी दें। जन संवाद कार्यक्रम में ग्राम गढ़ीदादर की गुलाबवती बैगा ने राज्यपाल को बताया कि गांव में अस्पताल नही है, जिसके कारण गांव के लोगों को परेशानी होती है। गांव में स्वास्थ्य केन्द्र बनाया जाए तथा बैगा समुदाय लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा जाए। जनसंवाद में ग्राम चचाड़ीह के लोगों ने बताया कि हमारे मोहल्ले में पानी की सुविधा नही है, तालाब में कचरा भरा हैं, नल जल येाजना का पानी हमारे घरों तक नही पहुंच रहा है। ग्राम पंचायत बोदा के 4 मोहल्लों में बिजली नही है, ग्रामीणों ने गांव में बालक छात्रावास प्रारंभ करने की मांग राज्यपाल से की। ग्रामीणों की मांग की पर राज्यपाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीणों की मांग का परीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करें। जन संवाद कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राष्ट्रीय वृद्धा पेंशन योजना, परिवक्तता, उज्जवला योजना, लाडली लक्ष्मी योजना, केटल शेड योजना के हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये। इस अवसर पर विधायक पुष्पराजगढ फूंदेलाल सिंह मार्काे, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा, एडीजी डीसी सागर, कलेक्टर अनूपपुर सुश्री सोनिया मीना, पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल, सीईओ जिला पंचायत सोजान सिंह रावत एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित रहें।