एटा के माया पैलेस होटल में मिला मैनपुरी के इंटरलॉकिंग ईंट कारोबारी का शव।
एटा से आर.बी.द्विवेदी की रिपोर्ट....
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होटल में मिला मैनपुरी के इंटरलॉकिंग ईंट कारोबारी का शव
एटा 25 मई उप्र समाचार सेवा। इंटरलॉकिंग ईंट कारोबारी दो लोगों के साथ होटल के कमरा नंबर 102 में ठहरा था। बुधवार तड़के वह मृत मिला। उसकी मौत कैसे हुई, इसका पता लगाने के लिए पुलिस जांच में जुटी है।
शहर के दीनदयाल उपाध्याय गोल चक्कर के समीप जीटी रोड स्थित होटल माया पैलेस में बुधवार को इंटरलॉकिंग ईंट कारोबारी का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मैनपुरी के बेवर थाना के गांव चांदपुर निवासी कारोबारी सुधीर सिंह (48) दो लोगों के साथ मंगलवार रात को होटल के एक कमरे में रुका था। सुबह मृत मिला। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया, लेकिन अभी मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। जांच के लिए विसरा सुरक्षित किया गया है।
कारोबारी सुधीर सिंह का ईंट कारखाना गांव में ही है। मंगलवार रात को वह अपने फुफेरे भाई शिवलखन के साथ एटा आया था। शहर में बागवाला थाना क्षेत्र के गांव जमलापुर निवासी रिश्तेदार सुनील सिंह राठौर से मिला। तीनों लोग मंगलवार की रात शहर के जीटी रोड स्थित एक होटल में करीब साढ़े आठ बजे पहुंचे। वहां रुकने के लिए उन्होंने कमरा नंबर 102 लिया। होटल में सुनील सिंह के मोहल्ला शांतिनगर निवासी तीन रिश्तेदार मिलने आए। इसके बाद इन सभी छह लोगों ने खाना खाया। कमरे में शराब की खाली बोतलें भी पाई गई हैं। रात 11 बजे शहर निवासी तीनों व्यक्ति अपने घरों को चले गए। जबकि अन्य तीनों कमरे में सो गए। सुबह करीब 4:30 बजे शिवलखन की आंख खुली तो सुधीर को आवाज दी, कोई प्रतिक्रिया न होने पर उसे हिलाया, लेकिन वह मृत मिला।
होटल में कारोबारी की मौत की सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय सिंह कुशवाहा, सीओ सिटी कालू सिंह सहित कोतवाली नगर पुलिस मौके पर पहुंची। होटल पहुंचे मृतक के भतीजे विश्वप्रताप ने बताया कि गांव में परिवार की पुरानी रंजिश चल रही है। इस मामले में विरोधी पक्ष ने थाना बेवर में सुधीर सिंह, उसके भाई प्रदीप प्रताप व भतीजे सूर्यप्रताप पर 307 में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई थी।
एक व्यक्ति से मिलने आए थे एटा
पांच मई को प्रदीप और सूर्यप्रताप को पुलिस ने ईंट प्लांट से गिरफ्तार कर लिया। उसी मामले में सुधीर एक व्यक्ति से सिफारिश कराने एटा आए थे, जिससे निष्पक्ष जांच हो सके। विश्वप्रताप ने बताया कि रात साढ़े 11 बजे चाचा सुधीर से बात हुई थी। सुबह 4:45 बजे शिवलखन की कॉल आई। बताया कि सुधीर की मौत हो गई है। विश्वप्रताप ने शक जताया है कि सुधीर को खाने में कुछ दिया गया है, जिससे मौत हुई है।
फॉरेसिंक टीम ने लिए नमूने
फॉरेसिंक टीम ने नमूने लिए। डॉग स्क्वायड और एसओजी टीम ने भी जांच की। पुलिस ने होटल के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले है। सीओ सिटी ने कमरे में मिली शराब की बोतलों को स्कैन करके देखा। होटल स्टाफ ने बताया कि रेलवे रोड स्थित एक ठेके से शराब आई थी। सीओ सिटी ने मंगलवार रात खाने के दौरान मृतक सहित उन लोगों के साथ बैठे रहे होटल के एक कर्मचारी से भी पूछताछ की। मृतक के मोबाइल को कब्जे में ले लिया है। वहीं मृतक के साथियों से सवाल करते हुए कहा कि दो घंटे बाद पुलिस को सूचना क्यों दी।
गांव के लोगों से चल रही है रंजिश
विश्वप्रताप ने बताया कि उसके गांव और पड़ोस के गांव के लोगों से परिवार की पुरानी रंजिश चल रही है। 2008 में उसके पिता और 2016 में उसके बड़े भाई सुनील की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। होली के दिन भाई को पेट में गोली मारी गई थी। न्यायालय में मामलों की सुनवाई चल रही है। इसी के चलते आरोपियों ने फरवरी 2022 में हम लोगों पर 307 का फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया था, जिससे वो फैसले के लिए दबाव बना सकें और दबाव बना भी रहे थे।
वर्जन
अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय सिंह कुशवाहा ने कहा कि कारोबारी दो अन्य लोगों के साथ होटल के एक कमरे में रुका था, जहां उसकी मौत हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच की जा रही है।