एटा मेडीकल कॉलेज में घोरलापरवाही, बीमार महिला ड्रिप लेकर घूमती मिली होइस्पीटल कम0से में।

in #etah2 years ago

लोकेशन- एटा, उ.प्र.

एटा से आर.बी.द्विवेदी की रिपोर्ट...

मोबाइल- 09045501111, 07017400063

एंकर - एटा के मेडीकल कॉलेजScreenshot_20220608-115218.jpg वीरांगना अवंती बाई लोधी स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की घोर लापरवाही आई सामने,अपनी असुविधाओं के लिए लगातार सुर्खियों में बना हुआ है, वही आज एम सी एच विंग के स्वास्थ्य कर्मचारी और डॉक्टरों की बड़ी लापरबाही के चलते अस्पताल में एक महिला कान के दर्द का इलाज कराने आयी महिला को अभी तक नही मिल सका उसे इलाज,महिला इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में पैदल हाथ मे लगी ड्रिप को पकड़कर दर दर भटक रही है, लेकिन एटा मेडीकल के डॉक्टरों का दिल नही पसीजा और ना ही उसे अभी तक समुचित इलाज दिया गया है,बीमार महिला ड्रिप बंद होने पर बोतल को हाथ में लेकर भटकने को मजबूर है,आखिर ऐसे लापरवाह डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों पर कब होगी कार्यवाही।

वी.ओ- आपको बता दें ये पूरा मामला एटा वीरांगना अवंतीबाई, लोधी स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज का है जहाँ इन डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों की घोर लापरवाही देखने को मिली है, जिसमें महिला अपने हाथ में ड्रिप पकड़कर बंद पड़ी ड्रिप को चालू कराने के लिए दर-दर की ठोकरें खाती नजर आ रही है आज एटा के पिलुआ थाना क्षेत्र के गाँव नगला सैंया निवासी विट्टन देवी अपने कान में हो रहे दर्द की दवा लेने एटा मेडीकल कॉलेज आई थी उनका कहना है कि हम 10 घन्टे पहले इमरजेंसी वार्ड मैं दवा लेने आए जहां से डॉक्टरों ने बोल दिया के एमसीएच विंग मैं जाकर भर्ती हो जाओ आपके कान का इलाज वही होगा। पीड़ित महिला ने बताया कि एमसीएच विंग मैं भर्ती होने के बाद भी घँटों कोई डॉक्टर देखने नही आया और ना ही कोई कर्मचारी। महिला के परिजन छोटे सिंह ने वहां बैठी महिला स्वास्थ्य कर्मचारी से कहा तो महिला स्वास्थ्य कर्मचारी ने कान के दर्द से चिल्ला रही महिला के एक ड्रिप लगाकर चली गई,पीड़ित महिला ने बताया कि 6 बजे ड्रिप लगी थी तब से अभी तक चल ही नहीं रही है और एमसीएच विंग में कोई भी कर्मचारी और डॉक्टर नहीं है महिला बोतल को हाथ में पकड़ कर एमसीएच विंग के सभी कर्मचारियों को देखती रही क्यों कि उनके हाथ मे लगी बोतल बंद थी चल ही नही रही थी, बीमार महिला ने चिल्ला चिल्ला कर बोला बावजूद इसके पीड़ित महिला की किसी ने एक ना सुनी, वही पीड़ित महिला परेशान होकर हाथ में लगी बंद बोतल को हाथ में पकड़ कर ही इमरजेंसी वार्ड में पहुंची जहां स्वास्थ्य कर्मचारियों से बंद पड़ी बोतल की बात कही। जहां डॉक्टरों ने बोतल चालू कराई पीड़ित महिला का कहना है कि एटा मेडिकल कॉलेज में कोई इलाज नहीं हो रहा है ना ही कोई कर्मचारी मरीज की सुन रहा है ना ही कोई डॉक्टर ऐसे में मरीज कहां जाए। आखिरकार ऐसे में एटा मेडिकल कॉलेज मैं हो रही मरीजो के साथ लापरवाही में सुधार कब आएगा, वही प्रिंसिपल अपनी आंखों से काली पट्टी बांधकर बैठे हैं उनसे मेडिकल कॉलेज में हो रही है अवस्थाओं को लेकर सवाल पूछने पर वह यह कह कर टाल देते हैं कि सब ठीक चल रहा है हमारे मेडिकल कॉलेज में कोई कमी नहीं है। आखिर घन्टों से लगी बोतल बंद हो गई और वहां कोई देखने वाला नही है तो इससे ज्यादा और किया लापरवाही होगी आखिरकार इसका जिम्मेदार कौन है।

बाइट-1- विट्टन देवी पीड़ित महिला।

बाइट-2-छोटे सिंह-परिजन।Screenshot_20220608-115207.jpgScreenshot_20220608-115145.jpgScreenshot_20220608-115202.jpgScreenshot_20220608-115141.jpg