Ram Leela Agra: रामलीला महोत्सव में टला बड़ा हादसा, तारों में फंस गया रथ, मची अफरा-तफरी

in #etah2 years ago

शोभायात्रा रावतपाड़ा स्थित लाला चन्नोमल की बारहदरी से शुरू होकर अग्रसेन मार्ग, सुभाष बाजार, कोकामल मार्ग, छत्ता बाजार, कचहरी घाट, बेलनगंज, पथवारी, धुलियागंज, घटिया, छिली ईंट, फुलट्टी बाजार, सेब का बाजार, किनारी बाजार, कसेरट बाजार होते हुए लाला चन्नोमल की बारहदारी पर आकर समाप्त हुई।Screenshot_2022-09-14-06-27-56-85_9917c490a6e042b6281de550e45a1525.jpg
रामलीला महोत्सव में रावतपाड़ा स्थित लाला चन्नोमल की बारहदरी से मंगलवार को रावण की दुहाई शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान अशोक बाजार में रावण का रथ तारों में फंस गया। अफरा-तफरी का माहौल उस समय बन गया, जब रथ के पीछे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। इस दौरान करीब आधा घंटे तक शोभायात्रा यहां रुकी रही।रावण की दुहाई शोभायात्रा में आज रावण अपने पूरे खानदान और सेना के साथ खुद के सम्राट होने की दुहाई देकर चल रहा था। सबसे पहले रावण का सेनापति, उसके बाद ताड़का की सवारी थी। तीसरी सवारी में साधु और ऋषि थे। इसमें दशानन अपने पुत्र इंद्रजीत, भाई कुंभकरण, विभीषण के साथ ऋषियों-मुनियों पर अत्याचार की दुहाई दे रहा थाशोभायात्रा रावतपाड़ा स्थित लाला चन्नोमल की बारहदरी से शुरू होकर अग्रसेन मार्ग, सुभाष बाजार, कोकामल मार्ग, छत्ता बाजार, कचहरी घाट, बेलनगंज, पथवारी, धुलियागंज, घटिया, छिली ईंट, फुलट्टी बाजार, सेब का बाजार, किनारी बाजार, कसेरट बाजार होते हुए लाला चन्नोमल की बारहदारी पर आकर समाप्त हुई। अशोक बाजार में रावण का रथ तारों में फंस गया। जिससे रथ के पीछे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। श्री राम लीला महोत्सव कमेटी के पदाधिकारियों और सदस्यों के सहयोग से रथ को काफी कोशिशों के बाद निकाला जा सका। जिसके बाद शोभायात्रा फिर शुरू हुई।

श्री रामलीला महोत्सव कमेटी के मीडिया प्रभारी राहुल गौतम ने बताया कि रामलीला मैदान में बुधवार को मेले का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय करेंगे। इस दौरान कमेटी के अध्यक्ष पुरुषोत्तम खंडेलवाल, मंत्री राजीव अग्रवाल, संजय तिवारी, विजय प्रकाश गोयल, प्रवीन अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, विजय प्रकाश गोयल, मनोज पुरी, आनंद मंगल, ताराचंद अग्रवाल, प्रवीन तिवारी, विनोद जौहरी, राहुल अग्रवाल, अभिषेक शर्मा, अरविंद प्रसून, दिलीप अग्रवाल, मनीष शर्मा आदि मौजूद रहे।