गांव की महिलाओं को रोजगार दे रहीं नीलम

बहराइच 17 सितंबर : (डेस्क) बौंडी की नीलम महिलाएं मिसाल बन गईं, स्वयं सहायता समूह बनाकर महिलाओं को दिया रोजगार गांव की अनपढ़ महिलाओं को जोड़ा रोजगार से, सौर ऊर्जा से संचालित मशीन से गेहूं और मसाला पीसने का काम

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बौंडी (बहराइच) के ग्राम पंचायत जब्दी की निवासी नीलम महिलाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत बन गई हैं। उन्होंने गांव की अनपढ़ महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए एक स्वयं सहायता समूह बनाया है, जिससे वे घर पर ही काम कर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रही हैं।

नीलम ने गांव में ही सौर ऊर्जा से संचालित मशीन लगाकर गेहूं और मसाला पीसने का काम शुरू किया है। इससे न केवल उन्हें अच्छी आय मिल रही है, बल्कि वह अन्य महिलाओं को भी रोजगार प्रदान कर रही हैं। उनका मानना है कि महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र होना चाहिए और इसके लिए उन्हें अवसर मिलने चाहिए।

स्वयं सहायता समूह के माध्यम से, नीलम ने गांव की महिलाओं को एकजुट करके उनके कौशल को विकसित करने में मदद की है। वह महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें उनके काम में महारत हासिल करने में सहायता करती हैं। इससे न केवल उनकी आय में वृद्धि होती है, बल्कि वे अपने परिवार का भरण-पोषण भी कर पाती हैं।

नीलम का मानना है कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, "मैं चाहती हूं कि गांव की हर महिला को रोजगार मिले और वह आर्थिक रूप से मजबूत हो। इसके लिए मैं लगातार प्रयास कर रही हूं और अन्य महिलाओं को भी प्रेरित कर रही हूं।"

स्थानीय प्रशासन ने भी नीलम के प्रयासों की सराहना की है और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया है। उन्हें उम्मीद है कि नीलम का उदाहरण अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगा और वे भी अपने गांव में रोजगार के अवसर पैदा करने में सक्षम होंगी।

इस प्रकार, नीलम ने न केवल अपने जीवन में बदलाव लाया है, बल्कि अन्य महिलाओं के लिए भी एक मार्गदर्शक का काम किया है। उनका प्रयास समाज में महिलाओं की भूमिका को उजागर करता है और यह दर्शाता है कि कैसे महिलाएं अपने परिवार और समाज के लिए एक मजबूत आधार बन सकती हैं।