Bahraich News: दहशत की काली रात में वादों की बिजली गुल

बहराइच 6 सितंबर : (डेस्क)महसी तहसील क्षेत्र के लोगों में भेड़ियों के हमलों से भय का साया। भयभीत ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने बनाई सेक्टरवार टीमें।हरदी थाना क्षेत्र में भेड़ियों ने किया हमला, दो बकरियां भी घायल।

1000055563.jpg

बहराइच में भेड़ियों का आतंक बढ़ता जा रहा है, जिससे महसी तहसील क्षेत्र के कई गांवों में लोग भयभीत हैं। भेड़ियों की दहशत ने ग्रामीणों के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। रात के अंधेरे में जब सन्नाटा छा जाता है, तो केवल जागते रहो पहरे की आवाज सुनाई देती है, जो इस भयावह स्थिति को और भी गंभीर बनाती है।

ग्रामीणों का कहना है कि भेड़ियों के हमलों से उनकी रातें डर और चिंता में बीत रही हैं। कई गांवों में लोग अपने जानवरों की सुरक्षा के लिए जागते रहते हैं, लेकिन भेड़िये लगातार उन्हें चकमा देकर हमले कर रहे हैं। हाल ही में हरदी थाना क्षेत्र के पचदेवरी गांव में भेड़ियों ने एक बकरी को निवाला बना लिया और दो अन्य बकरियों को घायल कर दिया। इस घटना ने ग्रामीणों के मन में और भी भय पैदा कर दिया है।

अमर उजाला की टीम ने महसी ग्राम पंचायत की स्थिति की पड़ताल की, और पाया कि यहां के लोग भेड़ियों के आतंक से बेहद परेशान हैं। प्रशासन ने भेड़ियों को पकड़ने के लिए सेक्टरवार टीमें तैनात की हैं, लेकिन इन प्रयासों का कोई खास असर नहीं दिख रहा है। भेड़ियों की चालाकी से लोग निरंतर चिंतित हैं और उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को इस समस्या का समाधान शीघ्र निकालना चाहिए। कई परिवार तो पलायन करने पर भी विचार कर रहे हैं, क्योंकि भेड़ियों का आतंक उनके जीवन को प्रभावित कर रहा है। ऐसे में, प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह इस समस्या का समाधान करे और लोगों को सुरक्षित महसूस कराए।

इस प्रकार, बहराइच में भेड़ियों का आतंक एक गंभीर समस्या बन चुका है, जो न केवल ग्रामीणों के जीवन को प्रभावित कर रहा है, बल्कि उनके आर्थिक स्थिति पर भी नकारात्मक असर डाल रहा है। प्रशासन को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि लोग अपने गांवों में सुरक्षित महसूस कर सकें।