रघुनाथपुर फीडर में फॉल्ट के कारण रात भर 20 हजार की आबादी अंधेरे में रही

बलिया 07 सितम्बर: (डेस्क)बलिया में बिजली आपूर्ति की स्थिति में सुधार के सरकारी प्रयासों के बावजूद, आम जनता को लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हल्की बारिश और हवा के चलते बिजली फॉल्ट की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिससे उपभोक्ताओं की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं।

IMG_20240812_152352_208.jpg

बृहस्पतिवार की शाम को हुई हल्की बारिश और हवा के कारण बिजली आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। रघुनाथपुर फीडर के उपभोक्ताओं को सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रात नौ बजे बिजली गुल हुई और अगले दिन सुबह नौ बजे तक आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी।

इस संकट के पीछे कई कारण हैं। बिजली विभाग की तकनीकी खामियों के साथ-साथ, मौसम की अनियमितता भी एक बड़ा कारण है। बिजली के ट्रांसफार्मरों की खराबी और उनकी मरम्मत में देरी ने भी स्थिति को और बिगाड़ दिया है।

स्थानीय निवासी इस समस्या से बेहद परेशान हैं। कई उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया है कि बिजली विभाग के अधिकारी उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में, रघुनाथपुर फीडर में बिजली आपूर्ति की स्थिति में सुधार के लिए कई बार वादे किए गए, लेकिन धरातल पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।

उपभोक्ताओं का कहना है कि उन्हें बिजली की नियमित आपूर्ति की उम्मीद थी, लेकिन हालात ने उन्हें निराश किया है। कई लोग रात में अंधेरे में रहने को मजबूर हैं, जिससे उनकी दैनिक गतिविधियों पर भी असर पड़ रहा है।

इस समस्या का समाधान निकालने के लिए स्थानीय प्रशासन को सक्रियता दिखानी होगी। उपभोक्ताओं ने मांग की है कि बिजली विभाग को फॉल्ट प्रबंधन में सुधार करना चाहिए और ट्रांसफार्मरों की नियमित जांच की जानी चाहिए।

बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए स्थायी उपायों की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं का सामना न करना पड़े। उपभोक्ताओं का विश्वास बहाल करने के लिए प्रशासन को तत्काल कदम उठाने होंगे।

इस प्रकार, बलिया में बिजली संकट एक गंभीर मुद्दा बन गया है, जिसे हल करने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है।