आगरा:सर्वशिक्षा अभियान धूल फांक रहा,सरकार के करोड़ों खर्च,नौनिहाल जमीन पर पढ़ने को मजबूर
प्रदीप कुमार रावत
आगरा। भारत सरकार और देश की तमाम राज्य सरकारें सर्व शिक्षा अभियान के तहत तमाम योजनाएं चला रही है जिससे कि देश के हर नौनिहाल को शिक्षक कर एक जिम्मेदार नागरिक बनाया जा सके।।
उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश भी सूबे के हर बच्चे को शिक्षित बनाना चाहती है। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश में शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है लेकिन जितना बजट सरकार शिक्षा पर खर्च कर रही है शायद वह बजट धरातल पर खर्च होता हुआ नजर नहीं आ रहा है इसलिए तो आज भी प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को बैठने और पढ़ने के लिए भवन तक नहीं है ऐसे में कैसे गरीब व्यक्ति का बच्चा भी शिक्षित बन पाएगा यह एक बड़ा सवाल है ।।
इस समय हम बात करें हैं ताज नगरी आगरा के सैया क्षेत्र के नगला तेजा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय की । इस प्राथमिक विद्यालय में 108 छात्र छात्राएं हैं लेकिन इन छात्र-छात्राओं के लिए सिर्फ एक ही कमरा है, जिसमें इन बच्चों की पाठशालाए चलती हैं। वह कमरा भी अब इन बच्चों से छूट गया है क्योंकि उस कमरे की स्थिति जर्जर हो चुकी है। आलम यह है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के चलते देश का भविष्य खुले आसमान के नीचे बैठकर शिक्षा पाने को मजबूर है।
इस प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक इंद्र कुमार ने बताया कि इस विद्यालय में दो कमरे हैं।। एक कमरा आगनबाडी केंद्र के लिए है और दूसरे कमरे में सभी बच्चों को सामूहिक रूप से पढ़ाया जाता है लेकिन अब यह कमरा भी जर्जर हो चुका है। बच्चों को शिक्षित बनाने के चलते उनके साथ किसी तरह की अनहोनी ना हो जाए इसलिए इस विद्यालय के अध्यापक ने इन बच्चों की जिंदगी को खतरे में नहीं डाला है और अपना कर्तव्य और ड्यूटी निभाने के लिए खुले आसमान में कक्षाएं लगाकर उन्हें शिक्षित बना रहे हैं । सहायक अध्यापक का कहना है कि जर्जर हो चुके भवन की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी है लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात हैं।
इस प्राथमिक विद्यालय में 108 बच्चों का पंजीकरण हो रखा है जो यहां पर शिक्षा ले रहे हैं लेकिन इन 108 बच्चों को सिर्फ दो ही टीचर संभाल रहे हैं ऐसे में बच्चों को पढ़ाने में कुछ दिक्कतें जरूर आ रही है लेकिन फिर भी हर स्थिति और परिस्थिति में दोनों ही टीचर ईमानदारी से बच्चों को शिक्षित बनाने का कार्य कर रहे हैं। समस्या से विभाग को अवगत कराया गया है लेकिन अभी तक कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई है।
अपर निदेशक बेसिक शिक्षा महेश चंद्र भी मानते हैं कि आगरा जनपद में काफी विद्यालय जर्जर स्थिति में हैं। जिन्हें दोबारा से ही बनाया जाएगा।। इस संबंध में तकनीकी टीम लगातार निरीक्षण कर रही हैं और उन्हें स्कूलों की लिस्ट में यह प्राथमिक विद्यालय भी है।। इस प्राथमिक विद्यालय की फाइल जिलाधिकारी कार्यालय पर है जैसे ही कोई निर्देश मिलता है कार्रवाई की जाएगी।।
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