कानून के छात्रों के लिए AMU मल्लापुरम सेंटर में दो दिवसीय Online ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित
अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी मल्लापुरम सेंटर, केरल के करियर काउंसलिंग और प्लेसमेंट सेल द्वारा केंद्र के कानून के छात्रों के लिए दो दिवसीय ऑनलाइन ओरिएंटेशन कार्यक्रम - ‘आर्बिट्रेट एंड मिटिगेट’ और ‘एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड एज़ ए करियर प्रॉस्पेक्ट’ का आयोजन किया गया।
इन दो सत्रों का उद्देश्य पारंपरिक कानूनी पेशे के अलावा कानून के छात्रों को विभिन्न कैरियर संभावनाओं से परिचित कराना था।
अपने उद्घाटन भाषण में, केंद्र के निदेशक, डॉ. फैसल केपी ने इस तरह के कैरियर-उन्मुख कार्यक्रम के आयोजन के प्रयासों की सराहना की और केंद्र के पूर्व छात्रों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
रिसोर्स पर्सन अब्दुरहीम पदिन्हारे (कार्स 24 अरब के वरिष्ठ कानूनी सलाहकार और एएमयू के पूर्व छात्र) ने मध्य पूर्व में भारतीय वकीलों के लिए व्यापक अवसरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने मध्यस्थ बनने के लिए तैयारी की रणनीति और पात्रता मानदंडों पर विस्तार से चर्चा की और विवाद समाधान के विकास के बारे में बताया जिसने अवसरों का एक विस्तृत क्षेत्र तैयार किया है।
विभिन्न बैचों के कानून के छात्रों ने प्रश्न-उत्तर सत्र में भाग लिया और भारत और विदेशों में विवाद निवारण परिषद की भूमिका और दायरे के बारे में जानकारी प्राप्त की।
अगले दिन, भारत के सर्वाेच्च न्यायालय में एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड (एओआर) एडवोकेट अब्दुल कादिर अब्बासी ने ‘कैरियर संभावना के रूप में एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड’ पर एक व्याख्यान दिया, जिसमें एडवोकेट आन रिकॉर्ड होने के अवसर, पात्रता मानदंड और परीक्षा के बारे में अंतर्दृष्टि साझा की गई। उन्होंने विभिन्न केस कानूनों और क्षेत्र में पेशेवर होने के लाभों का वर्णन किया।
उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे समर्पण, अनुशासन, समय की पाबंदी और कड़ी मेहनत के साथ अपने कैरियर के लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें और कानूनी क्षेत्र में सफल होने के लिए निर्णयों का व्यापक अध्ययन करें।
इससे पूर्व, अतिथि वक्ता का स्वागत करते हुए, कानून विभाग के पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. शाहनवाज अहमद मलिक ने एओआर के महत्व और अदालतों में इसके लिए संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने ‘समय पर मार्गदर्शन, समय पर समाधान’ का हवाला देते हुए कानून के छात्रों के लिए कैरियर मार्गदर्शन के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
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