शिक्षा विभाग का चला डंडा, गरीब बच्चों को मिले दाखिले

आगरा 14 अगस्त : (डेस्क) मथुरा। राइट टू एजुकेशन (आरटीई) के तहत गरीब बच्चों को दाखिला देने में टरकाने वाले विद्यालयों पर बीते वर्ष नोटिस जारी होने का इस सत्र में असर दिखाई दिया है।

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2024-2025 में आरटीई के तहत चार चरणों में छात्रों को निजी स्कूलों में आवंटन किया गया।

• प्रथम चरण: 457 आवेदनों में से 384 छात्रों को आवंटित किया गया।
• दूसरा चरण: 510 आवेदनों में से 428 छात्रों को स्कूल आवंटित हुए।
• तीसरा चरण: 203 आवेदनों में से 189 छात्रों को मनपसंद विद्यालय मिले।
• चतुर्थ चरण: 77 आवेदनों में से 70 छात्रों को आवंटन किया गया।

हालांकि, 176 आवेदकों ने पसंद का विद्यालय न मिलने के कारण दाखिला नहीं कराया। यह प्रक्रिया शिक्षा के अधिकार कानून के तहत आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को निजी विद्यालयों में मुफ्त शिक्षा प्रदान करने के लिए की गई है।

176 आवेदकों ने अपने बच्चों का दाखिला नहीं कराने का मुख्य कारण यह बताया गया है कि उन्हें पसंद का विद्यालय नहीं मिला। इस स्थिति ने उन्हें दाखिला लेने से रोक दिया, जिससे वे अन्य विकल्पों की तलाश में रहे। यह जानकारी शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा साझा की गई है, जिन्होंने इस मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करते हुए गरीब बच्चों को उचित विद्यालय आवंटन सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं.