ढ़ाई करोड़ रुपये से लेकर 70 हजार रुपये तक के 4500 हजार वाहन बिके
. दशहरे पर शहर में पिछले सालों के मुकाबले इस बार वाहनों की ब्रिकी ने रिकार्ड तोड़ दिए। एक ही दिन में 4500 चार और दो पहिया वाहन बिक गए। इसमें 1500 करीब कारें और 3 हजार कारें शामिल है। पहली बार शहर में एक ही दिन में 20 मर्सिडीज भी बिकी। इनकी कीमत 50 लाख से लेकर ढाई करोड़ रुपये है। इसमें तीन बड़ी लक्जरी कार भी शामिल है। इसमें से एक ढाई करोड़ की मेबैक एस 580 प्रदेश की पहली कार है जो बुधवार सुबह शुभ मुहूर्त में एक परिवार ने डिलेवरी ली।
इंदौर आटोमोबाइल डीलर आनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण पटेल ने बताया कि दीपावली पर वाहनों की डिलेवरी लेने के लिए अभी से हजारों वाहन बुक है। नवरात्र से लेकर दीपावली तक करीब सात हजार चार पहिया वाहन बिकेंगे। दो पहिया वाहनों की संख्या करीब दस हजार के आसपास रहेगी। बुधवार को हजारों की संख्या में बिके वाहनों की पूजा करने के लिए दिनभर खजराना मंदिर परिसर में भी भीड़ बनी रही।
इलेक्ट्रानिक्स उपकरणों की दुकानों पर भी दशहरे पर भारी भीड़ रही। पूरा परिवार के सदस्य एमटीएच स्थित इलेक्ट्रानिक्स दुकानों पर पहुंच। दुकानदारों का कहना है कि सबसे ज्यादा वाशिंग मशीन, फ्रीज और टीवी की ब्रिकी हुई। दीपावली तक करीब 150 करोड़ रुपये के इलेक्ट्रानिक्स उपकरण बिकने की उम्मीद जताई जा रही है। इंदौर एमटीएच मार्केट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष महेश नागर का कहना है कि शहर के परिवार इस खास दिन बाजारों में जाकर खरीददारी करना पसंद करते हैं।
आनलाइन मार्केट पर कई लोगों को भरोसा नहीं होता इसलिए वे अपने हिसाब से चीजों को देखते हैं और खरीदी करते हैं। दशहरे के दिन दुकानदारों ने करीब 20 करोड़ रुपये से ज्यादा के उपकरणों की ब्रिकी की। सोना-चांदी व जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन के सचिव अविनाश शास्त्री का कहना है कि बुधवार को बाजार में अच्छी रौनक रही। करवाचौथ से सोना-चांदी में ग्राहकी और बढ़ेगी। दीपावली तक 50 करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार होगा।
श्रीमंत महाराजा तुकोजीराव क्लाथ मार्केट मर्चेंट एसोसिएशन के प्रचार प्रभारी अरुण बाकलीवाल का कहना कि दीपावली तक करोड़ों का व्यापार होगा। इसकी शुरुआत हो चुकी है। सभी ग्राहक खुश है कि कोरोना का डर अब नहीं रहा और पूरा परिवार खरीददारी करने आ रहे हैं। रियल स्टेट क्षेत्र की बात करें तो नवरात्र में 850 करोड़ रुपये की संपत्ति की खरीदी-बिक्री हुई।
सितंबर महीने में 1800 करोड़ रुपये की करीब 13 हजार संपत्ति की खरीदी-बिक्री हुई थी। पंजीयन एवं मूल्यांकन विभाग के उप महानिरीक्षक बालकृष्ण मोरे का कहना है कि पिछले वर्षों की तुलना में इस त्यौहार खरीदी-ब्रिकी बेहतर हो रही है।