इलाहाबाद हाईकोर्ट के गेट पर खड़ी कारों में लगी आग

in #dumariyaganj2 years ago

इलाहाबाद हाईकोर्ट के गेट नंबर-1 के पास बुधवार दोपहर करीब 3 बजे एक फोर व्हीलर में अचानक आग लग गई। देखते-देखते आग की लपटें इतनी तेज हो गईं कि उसने दूसरी फोर व्हीलर को भी चपेट में ले लिया। मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।जिस जगह गाड़ी खड़ी थी, उसके आसपास 12 फोर व्हीलर और खड़ी थीं। इसके बाद जैसे ही आग की सूचना वकीलों और मुकदमे के लिए आए को हुई, उन्होंने अपनी-अपनी गाड़ियां वहां से हटाना शुरू कर दिया। वहीं

SSP अजय कुमार ने आग बुझाने के लिए देरी से पहुंचने मामले को गंभीरता से लेते हुए फायर सर्विस के दारोगा समेत 2 कर्मियों को निलंबित कर दिया। साथ ही मुख्य अग्निशमन अधिकारी की भी भूमिका की जांच की जाएगीcar-2a_1654084235.webp
हाईकोर्ट के गेट नंबर एक पर जब आग लगी, तो उस वक्त वहां फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी खड़ी थी। फायर ब्रिगेड कर्मियों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन पानी का प्रेशर नहीं बन पाया। इसके चलते देखते ही देखते आग बेकाबू हो गई। बगल में खड़ी दूसरी कार को भी उसने चपेट में ले लिया। सूचना पाकर सिविल लाइन स्थित फायर स्टेशन से तीन और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची। तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका। मगर, इससे पहले दो कारें पूरी तरह जल चुकी थीं
आग की इस प्रकार की घटना पर भास्कर ने कार मैकेनिक और गैराज के मालिक संजय कुमार से बात की। संजय ने बताया कि गर्मी के दिनों में बैटरी भी गर्म हो जाती है। इसकी वजह से शॉर्ट सर्किट होने की आशंका बहुत ज्यादा रहती है। चूंकि प्रयागराज में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से अधिक है। ऐसी परिस्थितियों में लोगों को अपनी कार का सीसा थोड़ा खोलकर रखना चाहिए। यदि ऐसा संभव न हो तो कार के अंदर बने वेल्टिनेटर मोड को आउटर पर लगा देना चाहिए, ताकि अंदर की गर्मी बाहर निकलती रहे

चीफ फायर सर्विस आफिसर की रिपोर्ट पर कार्रवाई

एसएसपी को भेजी रिपोर्ट में चीफ फायर सर्विस आफिसर ने बताया कि पुलिस कन्ट्रोल रूम को सूचना मिली थी कि उच्च न्यायालय के गेट संख्या 01 के सामने एक कार में आग लग गई है, इस सूचना पर तत्काल पूरी तैयारी के साथ फायर सर्विस की टीमों को भेजा गया, परन्तु वहां पहुंचने पर ज्ञात हुआ है कि दमकल की गाड़ी को फायर सर्विस सेकंड आफिसर (दारोगा) के द्वारा वहां लाया गया, दमकल की गाड़ी का मुख्य आरक्षी चालक राजबली अनुपस्थित पाया गया। फलतः येन केन प्रकारेण उपरोक्त दारोगा के द्वारा संचालन किया गया, जिसके कारण विलंब हुआ और न्यूनतम संभव समय में आग पर काबू नहीं पाया जा सका, फलतः 2 कारें जल गईं

मुख्य अग्निशमन अधिकारी की भी भूमिका की जांच

इस पूरे मामले की रिपोर्ट चीफ फायर सर्विस आफिसर के माध्यम से एसएसपी प्रयागराज ने तलब की । प्रथम दृष्टया घोर लापरवाही और शिथिलता पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से फायर सर्विस सेकेंड आफिसर (दारोगा) अवध नारायण तथा दमकल गाड़ी के मुख्य आरक्षी चालक राजबली, इन दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। तथा इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है जिसमें मुख्य अग्निशमन अधिकारी की भी भूमिका की जांच की जाएगीcar-3a_1654084256.webp