दिल्ली विश्वविद्यालय: स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की फीस में बढ़ोतरी की तैयारी

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डीयू की कार्यकारी परिषद के सदस्य अमन कुमार ने बताया कि फीस बढ़ोतरी को नियम 11जी के तहत कार्यकारी परिषद की बैठक में रिपोर्टिंग आइटम के रूप में रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरीके से फीस बढ़ाना अनुचित है, क्योंकि इससे निम्न वर्ग और उच्च मध्य वर्ग के छात्रों पर अधिक प्रभाव पड़ेगा। दिल्ली विश्वविद्यालय, एक केंद्रीय विश्वविद्यालय होने के नाते, निम्न आय वर्ग के छात्रों को कम फीस में शिक्षा प्रदान करता है, लेकिन फीस में वृद्धि से उनकी पढ़ाई पर नकारात्मक असर पड़ेगा।

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Image Credit: Shiksha

बीटेक पाठ्यक्रमों सहित विभिन्न कार्यक्रमों की फीस संरचना में लगातार वृद्धि उचित नहीं है। छात्रों द्वारा दिल्ली विश्वविद्यालय को चुनने का एक मुख्य कारण इसकी फीस संरचना है, लेकिन हाल के दो वर्षों में विश्वविद्यालय ने उच्च फीस वाले पाठ्यक्रमों की शुरुआत की है और उनमें भी वृद्धि की जा रही है। विश्वविद्यालयों को स्व-वित्तपोषित पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए कहा जा रहा है, जिससे केंद्रीय विश्वविद्यालयों का व्यवसायीकरण और निजीकरण हो रहा है। इस स्थिति में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों का क्या होगा, यह एक गंभीर चिंता का विषय है।

बीटेक पाठ्यक्रमों के लिए प्रस्तावित फीस संरचना
सत्र प्रस्तावित फीस (रुपये)

2024-25: 2,24,000
2025-26: 2,35,200
2026-27: 2,46,960
2027-28: 2,59,310

फीस संशोधन कमेटी की सिफारिशों को कुलपति की मंजूरी के बाद इसे शनिवार को होने जा रही कार्यकारी परिषद की बैठक में रिपोर्टिंग आइटम के रूप में रखा जाएगा। बीटेक के इस साल के फीस ढांचे पर नजर डालें तो फीस में वार्षिक आठ हजार रुपये की बढ़ोतरी होगी। वर्तमान में बीटेक की फीस वार्षिक 2,16,000 है जिसे बढ़ाकर 2,24,000 किया जाएगा। लॉ प्रोग्राम में वर्तमान फीस 1,90,000 है जोकि बढ़कर 1,99,700 हो जाएगी। एनसीवेब के बीए व बीकॉम प्रोग्राम में जो फीस 3200-3600 तक है, वह बढ़कर 7,130
रुपये तक हो जाएगी। इस तरह से विभिन्न पाठ्यक्रमों में बढ़ोतरी दो हजार से लेकर 9 हजार रुपये तक की है।

दिल्ली विश्वविद्यालय में आगामी शैक्षणिक सत्र 2024-25 से पढ़ाई महंगी होने जा रही है। विश्वविद्यालय स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की फीस बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। बीटेक प्रोग्राम, पांच वर्षीय इंटिग्रेटिड लॉ प्रोग्राम (बीए एलएलबी, बीबीए एलएलबी), इंटिग्रेटिड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आईटेप), विदेशी छात्रों के लिए, पीएचडी व एनसीवेब (नॉन कॉलेजिऐट महिला शिक्षा बोर्ड) में फीस बढ़ाई जाएगी। बीटेक कोर्स में तो अगले चार साल तक फीस बढ़ाने की तैयारी की गई है।