पौड़ी के यमकेश्वर में फटे बादल, जन और पशु हानि के साथ लाखों का नुकसान

in #disaster2 years ago

पौड़ी जनपद की तहसील यमकेश्वर क्षेत्रान्तार्गत देर रात हुई अतिवृष्टि के चलते कई स्थानों पर अनेेेक सम्पर्क मार्ग अवरूद्ध हुए है जबकि कुछ आवासीय भवन पूर्ण अथवा आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए है। ग्राम बीनक पट्टी उदयपुर पल्ला-03 तहसील यमकेश्वर की रहने वाली दर्शनी देवी उम्र 70 वर्ष का मकान क्षतिग्रस्त होने के कारण मलवे में दब जाने से निधन हो गया। जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ विजय कुमार जोगदण्डे घटना का स्थलीय निरीक्षण करने के लिए मुख्यालय से घटना स्थल पहुंचे।

आपको बता दें कि देर रात हुई अतिवृष्टि से यमकेश्वर तहसील के ग्राम बीनक, आबई, पम्बा वल्ला, मराल, दिबोगी, बैरागढ़, बूंगा, महेड, काण्डई, पटना, उमरौली, बिथ्याणी, बडोली बड़ी, सिलसारी तिमली, सिनाता आदि गांव प्रभावित हुये है। ग्राम दिबोगी में 01 भैंस, काण्डई में 01 गाय, मराल में 02 गाय की मृत्यु हुई है जबकि बडोली में गौशाला क्षतिग्रस्त होने से 01 गाय 01 भैंस मलबे में दब गये, ग्राम सिनाता पट्टी विचला बदलपुर 03 तहसील रिखणीखाल में दो मंजिला गौशाला क्षतिग्रस्त होने से 01 बैल की मृत्यु व 01 गाय गभ्भीर रूप से घायल हो गयी। आवासीय भवनों में ग्राम आवई में 01, पम्बा वल्ला में 03, बैरागढ में 03, बूंगा में 05 तथा बिनक में 01 भवन क्षतिग्रस्त हो गया जबकि महेडा में 03 गौशाला, मराल में 01 चक्की, पटना, बिडोली व बूंगा में 01-01 शौचालय, विथ्याणी व विडोली में 01-01 गौशाला बैरागढ में 03 वाहनों को क्षति पहुंची है तथा ग्राम उमरौली में 02 आवासीय भवनों में मलबा आ गया है।

वहीं इसके अतिरिक्त मूसलाधार वर्षा से क्षेत्रान्तर्गत सार्वजनिक परिसम्पतियों को भी भारी नुकसान हुआ है जिनमें पैदल मार्ग, पाइप लाइन, सीसी मार्ग, अमृत सरोवर, बडोली बडी गांव में एक मन्दिर, पुस्ता, सहित भवनों में भी दरारें आयी है। जबकि ग्राम मराल में लगभग 40 नाली कृषि भूमि क्षतिग्रस्त हुयी है। यमकेश्वर तहसील के अन्तर्गत विभिन्न स्थानों पर मलवा आने, पुस्ता ढहने, पेड़ गिरने सहित अन्य वजहों से अनेक स्थानों पर सड़के अवरूद्ध हैं जिन्हें खुलवाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे है, जिसमे से कुछ मार्गो पर आवाजाही प्रारम्भ हो गयी है इसके साथ ही अन्य संवेदनशील स्थानों पर जेसीबी तैनात किये गये है।

जिला प्रशासन द्वारा आपदा से निपटने के लगातार कार्य किये जा रहे हैं जिसके लिए जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदण्डे स्वयं घटना स्थल पर पहुच चुके है इसके साथ ही मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे व अपर जिलाधिकारी इला गिरी आपदा कन्ट्रोल रूम से मानिट्रिग की जा रही हैं। घटना स्थलों पर एसडीआरएफ, पुलिस, राजस्व, चिकित्सा, पूर्ति विभाग जनप्रतिनिधियों, स्थानीय लोगों सहित अन्य महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारी व कर्मचारी लगातार राहत बचाव कार्यो में जुटे है। ग्राम प्रधानों द्वारा प्रभावितों को निकट के घरों/स्कूलों में सुरक्षित स्थानों पर ठहराया जा रहा है। जबकि खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा खाने के पैकेट व पानी वितरित किया जा रहा है।