इतनी कठोर मत बनो जिंदगी...16 साल की मान्या की डायरी भावुक कर देगी आपको, दिल थाम के पढ़िए

in #digras2 years ago

गोरखपुर के घोसीपुरवा कॉलोनी में मंगलवार को पिता और दो नाबालिग बेटियों के आत्महत्या करने की घटना ने सभी का दिल दहला दिया। पुलिस को अब इस मामले में एक डायरी हाथ लगी है। डायरी मृतक मान्या (16) की है। जिसमें परिवार के दर्द को बयां करती तमाम बातें लिखी हैं।gorakhpur-news16-95549598.jpg
गोरखपुर: गोरखपुर में एक पिता और दो नाबालिग पुत्रियों के एक साथ खुदकुशी करने के मामले ने सभी को हैरान कर दिया है। मृतक जितेंद्र के बूढ़े पिता ने मंगलवार को जब एक पंखे पर अपनी दोनों पोतियों और दूसरे कमरे के पंखे पर अपने बेटे को लटका देखा, तो एक पल में उनकी दुनिया उजड़ गई। जिले के घोसीपुरवा कॉलोनी में मृतक जितेंद्र अपने बूढ़े पिता और दो बेटियों मान्या (16) और मानवी (14) के साथ रहते थे। पुलिस को अब इस मामले में बड़ी बेटी मान्या की लिखी एक डायरी हाथ लगी है। डायरी में परिवार किस दौर से गुजर रहा था उसका पूरा ब्यौरा है। डायरी के कुछ पन्ने इतने भावुक हैं कि सुनने वाले का दिल पसीज जाए। डायरी में मान्या ने अपने दिव्यांग पिता जितेंद्र के संघर्ष के बारे में भी लिखा है कि कैसे वह अपने नकली पैर से सिलाई की मशीन चलाया करते थे। दोनों बच्चियों की मां कुछ साल पहले ही कैंसर से गुजर गयी थीं। जिसके बाद से उनके ऊपर से मां का साया भी उठ गया था। डायरी के एक पन्ने में मान्या ने अपना दर्द बयां करते हुए लिखा है कि जिंदगी बहुत कठोर है, इतनी कठोर मत बनो जिंदगी।