हिंदू खतरे में है' का डर फर्जी... सेक्युलर शब्द चुनना बड़ी भूल... शशि थरूर ने जानें दिए क्या तर्क

in #digras2 years ago

कांग्रेस नेता और लेखक शशि थरूर की पिछले दिनों एक किताब आई, जिसका नाम है 'अस्मिता का संघर्ष : राष्ट्रवाद, देशप्रेम और भारतीय होने का अर्थ'। इस किताब की विषयवस्तु के जरिए दीपक तैनगुरिया ने उनसे इतिहास, देशप्रेम और भारत के विचार पर लंबी बातचीत की। प्रस्तुत हैं मुख्य अंश:shashi-tharoor-95616668.jpg
हमारे देश का संविधान कहता है कि जो भी भारतीय नागरिक हैं उनकी जाति, धर्म, भाषा जो भी हो, वे सब बराबर हैं। लेकिन कुछ राजनेता कहते हैं कि यह एक पवित्र हिंदू देश है। यह जो हिंदू राष्ट्र का विचार है और संविधान में नागरिकता का विचार है, दोनों में कोई लेना-देना नहीं है। हिंदू राष्ट्र का विचार कहता है कि अगर आप एक खास धर्म से हैं तो आपको समाज में खास महत्व मिलेगा। मुसलमानों को 'बाबर की औलाद' बताया जाता है और कहते हैं कि वे इस देश में बाहर से आए हैं, इसलिए देश का अभिन्न हिस्सा नहीं हैं। इसी विचार को लेकर एक संघर्ष शुरू हुआ। हमें तय करना होगा कि हमारा देश बहुसांस्कृतिक है या हिंदू राष्ट्र है? क्या दूसरे धर्म के लोग अतिथि या डाकू हैं? कुछ लोग इस बात को बढ़ाते हैं, इसी वजह से यह संघर्ष हो रहा है।