इंदिरा गांधी की बेरुखी, बेटे वरुण के साथ ससुराल छोड़तीं मेनका... कैसे उजड़ा खुशहाल परिवार?
India Gandhi Maneka Gandhi Feud: गांधी परिवार में कलह काफी पहले शुरू हो चुकी थी। संजय गांधी की मौत के बाद वह खुलकर सामने आ गई। इंदिरा गांधी, मेनका गांधी और सोनिया गांधी... इन तीन महिलाओं के बीच की अनबन से भारतीय राजनीति में काफी बदलाव आया।
आपातकाल के बाद, 1977 में इंदिरा गांधी सत्ता से बेदखल कर दी गईं। आम चुनाव में हार के बाद इंदिरा अपनी बहुओं, पोते-पोतियों के साथ 12, विलिंगटन क्रेसेंट में शिफ्ट हो गईं। उस दौर में, संजय गांधी की पत्नी मेनका 'सूर्या' मैगजीन निकालती थीं। अपनी सास के विरोधियों को किनारे लगाने में मेनका ने कोई कसर न छोड़ी। मैगजीन में इंदिरा के विरोधियों के बारे में एक के बाद एक खुलासे छप रहे थे। मेनका की दिलचस्पी राजनीति में थी। यह बात किसी से नहीं छिपी थी मगर इंदिरा को तो सोनिया ज्यादा भाने लगी थीं। खाने के मेन्यू से लेकर साड़ी चुनने तक में इंदिरा, सोनिया से मदद लेती थीं। उस छोटे घर के भीतर गांधी परिवार में बड़ी दरारें पड़ने लगीं। सोनिया को सास से मिल रही तरजीह मेनका की समझ से परे थी। 1980 में संजय गांधी की अकस्मात मृत्यु के बाद टकराव बढ़ गया। 1982 आते-आते नौबत यहां तक आ गई कि मेनका को घर छोड़ना पड़ा।
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