36 गांवों में बाढ़ से बुरे हाल, युवक की डूबकर मौत

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गोंडा 18 सितंबर : (डेस्क) गोंडा में करनैलगंज और तरबगंज तहसील के 36 गांवों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं।दोनों तहसीलों की 64,000 से अधिक की आबादी बाढ़ से प्रभावित है।दत्तनगर के पास उफनाई नदी में एक युवक का शव उतराता मिला है।

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गोंडा में सरयू नदी के घटते जलस्तर के कारण करनैलगंज और तरबगंज तहसील के 36 गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इन दोनों तहसीलों की कुल 64,000 से अधिक आबादी बाढ़ से प्रभावित है, जिससे स्थानीय निवासियों में चिंता का माहौल है। बाढ़ के कारण कई गांवों में जलभराव हो गया है, जिससे लोगों का दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है।

नवाबगंज में दत्तनगर के पास उफनाई नदी में एक युवक का शव भी उतराता मिला है, जो इस क्षेत्र में बढ़ती बाढ़ की गंभीरता को दर्शाता है। स्थानीय प्रशासन ने इस घटना को लेकर जांच शुरू कर दी है। इससे पहले, नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा था, लेकिन हाल ही में जलस्तर में कमी आई है।

सरयू नदी के कटान और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने राहत कार्यों की योजना बनाई है। प्रभावित गांवों में खाद्य सामग्री और अन्य आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया जा रहा है। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि गांवों तक राहत सामग्री पहुंचाई जाए ताकि प्रभावित लोगों को तत्काल मदद मिल सके।

तटबंधों की स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है। एल्गिन-चरसड़ी और भिखारीपुर-सकरौर तटबंधों की सुरक्षा को लेकर स्थानीय निवासियों ने चिंता जताई है। यदि जलस्तर फिर से बढ़ता है, तो ये तटबंध टूटने का खतरा पैदा कर सकते हैं, जिससे बाढ़ की स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।

स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि बाढ़ सुरक्षा उपायों को मजबूत किया जाए और तटबंधों की स्थिति पर नजर रखी जाए। इसके अलावा, लोगों को जागरूक करने के लिए भी अभियान चलाने की आवश्यकता है ताकि वे बाढ़ के दौरान सुरक्षित रह सकें।

इस प्रकार, गोंडा जिले में सरयू नदी की घटती जलस्तर के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है, और प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है। स्थानीय निवासियों को भी सावधान रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।