गणपति के चरणों में श्रद्धालुओं का माथा टेकना
सुल्तानपुर 14 सितम्बरः (डेस्क)सुल्तानपुर में गणेश उत्सव का आयोजन धूमधाम से किया जा रहा है। इस बार यह उत्सव 10 दिनों तक चलेगा, जिसमें श्रद्धालु विभिन्न पंडालों में भगवान गणेश की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। शहर के प्रमुख मार्गों पर लगभग 70 पूजा पंडाल सजाए गए हैं, जहां भक्तों की भीड़ उमड़ रही है।
गणेश चतुर्थी के अवसर पर, श्रद्धालु सुबह और शाम आरती करते हैं, जिससे पूरा वातावरण "जय गणेश" के जयकारों से गूंज उठता है। बृहस्पतिवार की शाम को गणपति बप्पा के पंडाल में डांडिया महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इसके अलावा, शुक्रवार को चटपटा माता के पूजन में 51 महिलाओं ने हिस्सा लिया, जो इस उत्सव की विविधता को दर्शाता है।
गणेश उत्सव का यह पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह समाज को एकजुट करने का भी प्रतीक है। इस अवसर पर श्रद्धालु मोदक का भोग लगाकर भगवान गणेश की आराधना कर रहे हैं।
गणेश उत्सव का यह आयोजन पिछले 50 वर्षों से सुल्तानपुर में हो रहा है। पहली बार गणेश प्रतिमा 1974 में स्थापित की गई थी। इस बार भी विभिन्न समितियों के सहयोग से पूजा पंडालों की व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने भी इस उत्सव को सफल बनाने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ की हैं, जैसे कि सफाई और सुरक्षा के इंतजाम।
इस प्रकार, सुल्तानपुर में गणेश उत्सव का यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह सामाजिक एकता और भाईचारे का भी संदेश देता है।