अम्बेडकरनगर में जिलाधिकारी ने विभागों को दी जिम्मेदारियां: 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा
अंबेडकरनगर 13 सितंबरः (डेस्क)उत्तर प्रदेश में 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान: शहरों को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने का महत्वपूर्ण कदम
उत्तर प्रदेश सरकार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 155वें जन्मदिवस के अवसर पर 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान चलाने का महत्वपूर्ण फैसला लिया है। यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा और इसका उद्देश्य प्रदेश के शहरों को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर विकास विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अभियान के दौरान प्रदेश के सभी शहरों को स्वच्छ रखा जाए। इस बार 'स्वच्छता ही सेवा वर्ष-2024' अभियान की थीम 'स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता' है।
अभियान के तहत समस्त नगरीय निकायों में 155 घंटे का नॉन-स्टॉप सफाई अभियान चलाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इस दौरान मंत्रिगण, जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण, स्वयंसेवी संस्थाएं, स्कूल और कॉलेज विभिन्न स्थलों पर श्रमदान करके साफ-सफाई का आयोजन करेंगे।
'स्वच्छता ही सेवा अभियान' के दौरान स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में नागरिकों को स्वच्छ भारत बनाने की शपथ दिलाई जाएगी। छात्रों और युवाओं की भागीदारी के साथ स्वच्छता पर केंद्रित गीत, नृत्य, नाटक और कविता पाठ का आयोजन किया जाएगा।
अम्बेडकरनगर जिले में भी इस अभियान को लेकर विशेष तैयारियां की जा रही हैं। जिले के सभी शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाएगा, जो 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक जारी रहेगा।
इस राष्ट्रव्यापी अभियान का उद्देश्य लोगों को उनके दैनिक कार्यों में से कुछ घंटे निकालकर भारत में स्वच्छता संबंधी कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करना है। कोई भी व्यक्ति, सरकारी संस्था या निजी संगठन इस अभियान में भाग ले सकता है।
'स्वच्छता ही सेवा' अभियान के माध्यम से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के 'स्वच्छ भारत' के सपने को साकार करने में मदद मिलेगी। यह अभियान देश के सभी नागरिकों को एक साथ मिलकर देश को स्वच्छ बनाने के लिए कार्य करने का अवसर प्रदान करता है।
इस अभियान का सफल क्रियान्वयन देश की स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। यह न केवल पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद करेगा, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाएगा। इसलिए, हमें इस अभियान का पूरी तरह से समर्थन करना चाहिए और अपने-अपने हिस्से का योगदान देना चाहिए।