अब आप ने स्वाति पर खड़े किए सवाल
नई दिल्ली,18 मई : राजनीति में कब कौन किसका दोस्त बन जाए और कौन किसका शत्रु कहा नहीं जा सकता। ऐसा ही कुछ आजकल दिल्ली की राजनीति में दिख रहा है। 13 मई से पहले जो स्वाति आम आदमी पार्टी की इतनी मजबूत कड़ी थीं कि महिला आयोग के बाद पार्टी ने उसे राज्यसभा से नवाजा, वही आज पार्टी के लिए ऐसा दाग बन गई हैं कि उनसे हुई मारपीट को स्वीकारने के बाद भी पार्टी अब हर तरह से स्वाति को गलत बताने में जुट गई है।
शनिवार को पिटाई कांड के बाद की एक और वीडियो जारी कर सौरभ भारद्वाज ने स्वाति के जख्मों पर सवाल उठा दिया। उनके अनुसार पिटाई के बाद स्वाति दर्द में नही दिख रही हैं इसलिए अब चोट का दावा गलत और साजिश का हिस्सा है, हालांकि एम्स जैसी संस्था ने भी चोटों की पुष्टि की है। वहीं आतिशी ने प्रेस कांफ्रेंस कर यह साबित करने की कोशिश की कि स्वाति यह सब जेल जाने से बचने के लिए बीजेपी के इशारे पर कर रही हैं। आतिशी के अनुसार एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा स्वाति के खिलाफ दिल्ली महिला आयोग में अवैध तरीके से नियुक्तियों के मामले में एफआईआर के बाद चार्जशीट दाखिल हो चुका है। ऐसे के स्वाति के जेल जाने का समय नजदीक आ चुका है इसलिए वे ऐसा करके बचना चाहती हैं।
आतिशी के अनुसार इस मामले में पुलिस का रवैया भी संदेहास्पद है। मामले में आरोपी और स्वयं कोर्ट तक को एफआईआर की कॉपी नहीं दी गई है। कोर्ट को भी पुलिस के द्वारा यह कहा गया है कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एफआईआर की कॉपी कोर्ट को नही दी जा सकती, लेकिन वह कॉपी तमाम मीडिया चैनलों के पास पहुंचा दी गई है।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या आम आदमी पार्टी भी मानती है कि स्वाति ने अवैध नियुक्तियां की हैं ? दूसरा ये कि पार्टी आगे पीछे के बजाय पूरी घटना का वीडियो एक साथ जारी क्यों नही कर रही है ? क्या पार्टी संजय सिंह के उस बयान से भी पलटना चाहती है कि स्वाति के साथ विभव ने मारपीट की ? वहीं चर्चाओं का बाजार इस खबर से भी गर्म है है कि जमानत मामले में मदद करने वाले एक बड़े वकील को केजरीवाल स्वाति की जगह राज्यसभा भेजना चाहते थे। इसी के लिए स्वाति पर राज्यसभा से इस्तीफा देने का दबाव बनाया जा रहा था, जो मारपीट में तब्दील हो गया। वर्थियम ऐसे किसी भी खबर की पुष्टि नहीं करता है।
बहुत कठिन है डगर पनघट की