दिल्ली वक्फ बोर्ड में की गई भर्तियों के भ्रष्टाचार की भी जल्द ही खुलेगी पोल: विजेंद्र गुप्ता

in #delhi13 days ago

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नई दिल्ली, 3 सितंबर । ओखला से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान की ईडी द्वारा की गई गिरफ्तारी पर दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि दिल्ली के आम आदमी पार्टी सरकार के नेताओं के भ्रष्टाचार की पोल अभी और खुलने वाली है और उनके द्वारा किए गए सभी कारनामों की जांच एजेंसियों की ओर से की जानी चाहिए। उनके द्वारा इमामों की सैलरी में की गई 19 करोड़ रुपये की हेराफेरी और फतेहपुरी में वक्फ बोर्ड के स्कूल को खाली करवाकर वहां दुकानें बनाकर उन्हें किराए पर देकर मोटी रकम ऐंठने का आरोप है।

आम आदमी पार्टी के नेताओं संजय सिंह और मनीष सिसोदिया की ओर से अमानतुल्लाह खान के बचाव पर हैरानी जताते हुए विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेताओं की यह फितरत रही है कि वह खुद ही भ्रष्टाचार में लिप्त अपने नेताओं को क्लीन चिट दे देते हैं और जब उन पर लगे आरोपों की जांच एजेंसी द्वारा की जाती है तो 'हमें तो फंसाया जा रहा है' जैसे उनके आलाप फिर से शुरू हो जाते हैं। सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया के मामले में भी केजरीवाल ने कुछ ऐसे ही बयान दिए थे।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आप पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान को 2016 में जब दिल्ली वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया था तो उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने सगे संबंधियों को वक्फ बोर्ड में भर्ती करना शुरू कर दिया था और अपने लगभग 41 रिश्तेदारों को मोटे वेतन पर अवैध रूप से नियुक्त कर दिया था। उनकी इन नियुक्तियों का जब बोर्ड के अन्य सदस्यों ने विरोध कर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया और सरकार को इसकी शिकायत की तो सरकार ने बोर्ड को भंग कर दिया और नियुक्तियों की जांच सीबीआई को सौंप दी। यह मामला वर्तमान में राउज एवेन्यू कोर्ट में चल रहा है।
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि 2018 में सरकार ने उन्हें फिर से वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया। अध्यक्ष बनते ही उन्होंने फिर से भर्ती का खेल शुरू कर दिया और 2 वर्ष में अपने 162 सगे संबंधियों को भर्ती कर लिया। विजिलेंस विभाग ने इन भर्तियों की जांच की और इन सारी नियुक्तियों को कैंसल करने की सिफारिश कर दी, क्योंकि ये सभी नियुक्तियां बिना सरकार की अनुमति और नियमों की अनदेखी करते हुए की गई थी। इन सभी नियुक्तियों की जांच एजेंसियों द्वारा की जा रही है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दिल्ली के आम आदमी पार्टी के नेताओं की करगुजारियां धीरे-धीरे जनता के सामने आ रही हैं और अपने इस भ्रष्टाचार की कीमत इन्हें अगले विधानसभा चुनाव में अपनी सत्ता गंवाकर चुकानी पड़ेगी।