पतंजलि दवाओं के भ्रामक प्रचार में स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

in #delhi6 months ago

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पतंजलि दवाओं के भ्रामक प्रचार मामले में स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दोनों को व्यक्तिगत तौर पर सुप्रीम कोर्ट में बुलाया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने आज मामले की सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया.
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना नोटिस का जवाब नहीं देने पर पतंजलि के सह-संस्थापक स्वामी रामदेव और एमडी आचार्य बालकृष्ण पर नाराजगी जताई और आदेश जारी किया कि मामले की अगली सुनवाई में रामदेव और आचार्य बालकृष्ण दोनों शामिल हों. व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होंगे. अब इस मामले में सुनवाई दो हफ्ते बाद होगी.
जानकारी के मुताबिक, इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को कारण बताओ नोटिस जारी किया था और पूछा था कि आपके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए? जब सुप्रीम कोर्ट को इस नोटिस का जवाब नहीं मिला तो सुप्रीम कोर्ट इस अवमानना से बेहद नाराज हो गया. जिसके बाद अब रामदेव और आचार्य बालकृष्ण दोनों को सुप्रीम कोर्ट ने समन भेजा है.
सुप्रीम कोर्ट का मानना है कि प्रथम दृष्टया इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से कानून का उल्लंघन हुआ है. दरअसल, पतंजलि पर मधुमेह, बीपी, थायराइड, अस्थमा, ग्लूकोमा और गठिया जैसी बीमारियों के स्थायी समाधान/खत्म के लिए विज्ञापन देने का आरोप है। जो भ्रामक विज्ञापन की श्रेणी में आते हैं।

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