देश के पहले अमृत सरोवर में डूब कर छात्र की मौत, 8 अध्यापकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

in #delhi2 years ago (edited)

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देश में चल रही अमृत सरोवर योजना के तहत रामपुर के पटवाई में 3 महीने पहले देश का पहला अमृत सरोवर बनकर तैयार हुआ था. जिसका उद्घाटन तत्कालीन केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और स्वतंत्र देव सिंह ने किया था. अमृत सरोवर का निर्माण जल संरक्षण के उद्देश्य से किया गया था. साथ ही पटवाई का यह अमृत सरोवर इसलिए और सुर्खियों में आया था क्योंकि यहां एक समय में कूड़े का अंबार रहता था जबकि अमृत सरोवर बनने के बाद वह एक दार्शनिक स्थल के रूप में विकसित हो गया था, लेकिन बीते दिन अमृत सरोवर एक स्कूली छात्र के लिए विष का प्याला बन गया और वह छात्र अमृत सरोवर रूपी काल के ग्रास में समा गया.

3 शिक्षकों को किया गया निलंबित
दरअसल, बीते दिन कंपेजिट विद्यालय पटवाई के अध्यापकों द्वारा छात्रों को तैराकी के लिए अमृत सरोवर ले जाया गया था. जहां कक्षा 7 के 12 वर्षीय छात्र जुनैद की डूबने से मौत हो गई. जिसके बाद सभी अध्यापक और बच्चे वहां से चले गए. परिजनों को जब सूचना मिली तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद गोताखोरों की मदद से बच्चे के मृत शरीर को अमृत सरोवर से निकाला गया. परिजनों की तहरीर पर स्कूल के 8 अध्यापकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है. वहीं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा 3 शिक्षकों को निलंबित करने की कार्रवाई की गई है.

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परिवार ने की कार्यवाही की मांग
वहीं इस संबंध में मृतक छात्र जुनैद के चाचा दिलशाद मलिक ने बताया बच्चा स्कूल गया था. बच्चे को मैडम तैराकी के लिए अमृत सरोवर ले गई. बच्चा तैरना नहीं जानता था जबरदस्ती मैडम ने तालाब में उतार दिया. जिस कारण बच्चे की मौत हो गई. जब अध्यापिका से बच्चे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा वह तो निकल कर चला गया. इधर उधर ढूंढा और पूछताछ की फिर जब टीचर पर दबाव डाला तब उन्होंने बताया कि बच्चे को सरोवर के पास ढूंढे. यह देश का पहला अमृत सरोवर है जो पटवाई में है. इसमें सभी की लापरवाही है. वहां गार्ड भी होना चाहिए था. तैराकी भी होना चाहिए था, क्योंकि पहला अमृत सरोवर है. बच्चा डूबा इसमें किसकी लापरवाही है अब जांच के बाद पता चल जाएगा. हमारा मानना है जिनकी लापरवाही है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. इस संबंध में थाना पटवाई में मुकदमा दर्ज करा दिया है. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.

क्या कहा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कल्पना सिंह ने?
इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कल्पना सिंह ने बताया कि इस संबंध में मुझे कल दोपहर करीब 1:00 बजे मुझे सूचना मिली. मुख्यमंत्री का कार्यक्रम प्रस्तावित है उसके संबंध में जिलाधिकारी बैठक ले रहे थे. इस दौरान मुझे फोन पर सूचना मिली. जिसके बाद मैंने तुरंत एबीएसए को निर्देशित किया. एबीएसए मौके पर गए और उन्होंने स्थलीय निरीक्षण किया और उनकी रिपोर्ट के आधार पर मैंने 3 टीचरों को सस्पेंड कर दिया है. शेष आगे रिपोर्ट के आधार पर जो भी कार्रवाई होगी किया जाएगा. उस बच्चे और पूरे परिवार के प्रति मेरी पूरी संवेदना है. रिपोर्ट आने के बाद कठोर से कठोर कार्रवाई होगी.

उन्होंने बताया कि इस संबंध में जांच के लिए 15 दिन का समय दिया गया है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने माना की अध्यापकों की कहीं ना कहीं लापरवाही थी. यह बहुत दुखद घटना है इसके लिए कोई शब्द नहीं है परिवार के लोगों के साथ मेरी पूरी संवेदना है. उन्होंने बताया विभाग से अमृत सरोवर ले जाने के लिए कोई आदेश नहीं था. अध्यापक अपने विवेक से बच्चों को वहां ले गए थे. जो कि दुर्घटना में परिवर्तित हो गया. परिवार के द्वारा अध्यापकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है. हमारे द्वारा तीन टीचरों को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी.