Delhi:- थाना रानी बाग पुलिस की बड़ी कामयाबी ऑटोलिफ्टर धोखेबाज गिरोह को गिरफ्तार किया गया ||
11 Dec 2024 को, रानी बाग, दिल्ली निवासी एक शिकायतकर्ता ने थाना रानी बाग में रिपोर्ट की और आरोप लगाया कि वह एक पुरानी कार की तलाश में था और तीन आरोपी व्यक्तियों सचिन, विवेक और विक्रम ने उसे एक टाटा सफारी कार बेची, जिसका पंजीकरण नंबर एचआर था। 72 जी 1400 रुपये नकद ले लिये. उससे 12 लाख रुपये लिए और उक्त कार डिलीवर कर दी। उक्त कार का स्वामित्व उनके नाम पर स्थानांतरित कर दिया गया था। बाद में उन्हें पता चला कि कार का इंजन नंबर और चेसिस नंबर ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के रिकॉर्ड से मेल नहीं खाता है. कार के इंजन नंबर और चेसिस नंबर का सत्यापन किया गया और कार का मूल नंबर एचआर 72 जी 1400 के बजाय डीएल 11 सीडी 3861 पाया गया और ई-एफआईआर संख्या 035524/23, दिनांक के अनुसार कार चोरी की पाई गई। 16.11.23, धारा 379 आईपीसी, थाना शाहबाद डेयरी, दिल्ली। एफआईआर नंबर 43/24, दिनांक के तहत एक मामला। 11.01.2024, धारा 420/467/468/471/120बी आईपीसी, पीएस रानी बाग के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई।
जांच एवं गिरफ्तारी:-
इंस्पेक्टर के नेतृत्व में एक समर्पित पुलिस टीम। मुकेश कुमार, (एसएचओ रानी बाग), जिसमें एसआई सतीश कुमार, एएसआई देवेंद्र, एचसी पवन, एचसी विजय, सीटी शामिल हैं। अजय, सीटी. सुनील और सीटी. महेंदर श्री की कड़ी निगरानी में। आरोपी व्यक्तियों को पकड़ने के लिए रिछपाल सिंह, एसीपी/मंगोल पुरी और श्री जिमी चिराम, डीसीपी बाहरी जिले की समग्र देखरेख में एक टीम गठित की गई थी।
समर्पित टीम ने आरोपी अभिषेक सक्सैना उर्फ अंशुल उर्फ विक्रम पुत्र सुधीर सक्सैना निवासी मकान नं. को पकड़ लिया। 305बी, पहली मंजिल, डीडीए फ्लैट, पश्चिम विहार, दिल्ली उम्र -24 वर्ष। उसने शिकायतकर्ता को कार और फर्जी आरसी पहुंचाई थी और उससे नकदी एकत्र की थी। सह अभियुक्त अनिल कौरा उर्फ सचिन पुत्र स्व. रविंदर निवासी बी-103, छत्तरपुर एन्क्लेव, फेज-2, नई दिल्ली उम्र-46 वर्ष को आरोपी अभिषेक सक्सेना उर्फ अंशुल उर्फ विक्रम की निशानदेही पर गिरफ्तार किया गया। फर्जी पंजीकरण संख्या डीएल 4सी बीबी 0558 प्रदर्शित करने वाली एक किआ सेल्टोस को फरीदाबाद से अनिल कौरा उर्फ सचिन की निशानदेही पर बरामद किया गया। सत्यापन करने पर बरामद किआ सेल्टोस कार का मूल पंजीकरण नंबर डीएल 4सी बीबी 0558 के बजाय डीएल 10 सीक्यू 6513 पाया गया। बरामद किआ सेल्टोस कार ईएफआईआर संख्या 033639/23, दिनांक के अनुसार चोरी की पाई गई। 29.10.23, धारा 379 आईपीसी के तहत निहाल विहार, दिल्ली। सह-आरोपी अनिल कौरा उर्फ सचिन ने खुलासा किया कि चोरी की एक और क्रेटा कार उनके गिरोह के सदस्य अजय शर्मा के कब्जे में है। सह अभियुक्त अजय शर्मा पुत्र स्व. संत लाल शर्मा निवासी ए-1102, वीवीआईपी होम्स, नोएडा एक्सटेंशन। गाजियाबाद, यूपी, उम्र-49 वर्ष को गिरफ्तार किया गया और आरोपी अजय शर्मा के कब्जे से फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर डीएल 14 सीजी 6111 दर्शाई गई एक क्रेटा कार बरामद की गई। सत्यापन करने पर बरामद क्रेटा कार का मूल पंजीकरण नंबर डीएल 14 सीजी 6111 के बजाय सीएच 01 सीएफ 1587 पाया गया। बरामद क्रेटा कार ईएफआईआर संख्या 034544/23, दिनांक के अनुसार चोरी की पाई गई। 06.11.23, धारा 379 आईपीसी, उत्तरी रोहिणी, दिल्ली
आरोपियों से लंबी पूछताछ की गई तो पता चला कि यह गिरोह दिल्ली में अलग-अलग जगहों से कार चोरी करता था। इसके बाद वे कारों का इंजन नंबर/चेसिस नंबर बदल देते हैं और चोरी की कार पर नकली इंजन नंबर/चेसिस नंबर अंकित कर देते हैं और कार की नकली आरसी तैयार कर लेते हैं। इसके बाद वे इन कारों को पीड़ितों को सेकंड हैंड में सबसे कम कीमत पर बेच देते थे और इस तरह बड़े पैमाने पर जनता को धोखा देते थे।