क्या अग्निपथ के खिलाफ विरोध खत्म हो जाएगा? सर्वे में निकलकर यह बात आई सामने
सर्वे के आंकड़ों के अनुसार, 55 वर्ष से अधिक आयु के 71 प्रतिशत जवाब देने वालों और 45-54 वर्ष आयु वर्ग के 66 प्रतिशत लोगों ने कहा कि विरोध धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगा। साथ ही, 18-24 साल के बीच के 55 प्रतिशत यवाओं का मानना है कि आंदोलन धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगा, इस आयु वर्ग के 45 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने राय नहीं दी।
दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार की ओर घोषित अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) के खिलाफ हिंसक विरोध (Protest Against Agnipath) समय के साथ कम होता दिख रहा है। केंद्र सरकार भारतीय सशस्त्र बलों में चार साल की नौकरी की पेशकश करने वाली भर्ती योजना के लाभों के बारे में उम्मीदवारों को समझाने की कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को तीनों सेनाओं के प्रमुखों से मुलाकात की और अग्निपथ योजना को लागू करने की उनकी योजना के बारे में जानकारी ली। केंद्र सरकार ने 14 जून को भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना में युवाओं की भर्ती के लिए योजना की घोषणा की।
हालांकि, इस योजना के खिलाफ विभिन्न राज्यों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्ष ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए, क्योंकि देश में कई राज्यों के प्रदर्शनकारियोंद्वारा हिंसा और आगजनी के भयावह दृश्य देखे गए। जबकि विपक्ष ने भाजपा सरकार पर बिना किसी वित्तीय और सामाजिक सुरक्षा के युवाओं को नौकरी की योजना देने का आरोप लगाया। भाजपा ने इस योजना के खिलाफ युवाओं को भड़काने के लिए विपक्ष पर हमला बोला।
दिलचस्प बात यह है कि सर्वे के दौरान एनडीए समर्थक अधिकांश 74 प्रतिशत ने कहा कि निकट भविष्य में प्रदर्शन समाप्त हो जाएंगे, वही विपक्षी समर्थक इस मुद्दे पर विभाजित थे। विपक्षी मतदाताओं में जहां 51 फीसदी का मानना है कि विरोध तेज होगा, वहीं 49 फीसदी का मानना है कि योजना के खिलाफ आंदोलन धीरे-धीरे खत्म होगा।
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