धर्म परिवर्तन के आरोप में दो समुदायों के बीच झड़प, 23 के खिलाफ मामला दर्ज

in #delhi2 years ago

क्रिश्चियन कम्युनिटी फोरम के अध्यक्ष ने कहा कि देवपुर में रविवार को हुए घटना के दिन ईसाई समुदाय के लोगों को लाठियों से पीटा गया। उन्होंने बताया कि ईसाई लोगों को चर्च में घुसने नहीं दिया गया।

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छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के एक गांव में दो समुदायों के बीच झड़प हो गई है। पुलिस ने बताया कि यह झड़प कथित धर्म परिवर्तन को लेकर हुआ है। पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से मामले दर्ज किए हैं। इस मामले में पुलिस ने महिलाओं सहित कुल 23 लोगों पर आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। यह घटना रविवार को प्रार्थना सभा के दौरान की है।

धमतरी जिले के देवपुर गांव में दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। एक समुदाय ने आरोप लगाया कि ईसाई समुदाय के कुछ लोग प्रार्थना सभा में बाहरी लोगों को बुला रहे हैं। पुलिस अधिकारी गगन बाजपेयी ने बताया कि इस बात को लेकर दोनों समुदायों के लोगों में झड़प हो गई। वो लोग आपस में बहस और हाथापाई करने लगे।

पुलिस ने बताया कि दोनों समुदायों के बीच हुई झड़प के चलते कई लोगों को चोट भी लगी है। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया है। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। पुलिस जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करेगी। पुलिस ने बताया कि दोनों समुदायों ने एक दूसरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने बताया कि पेखान राम निषाद ने कुल 13 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही राजेंद्र कुमार निषाद ने 10 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने बताया कि दोनों लोग एक ही परिवार से आते हैं लेकिन राजेंद्र ने ईसाई धर्म अपना लिया है।

छत्तीसगढ़ राज्य के ईसाई समुदाय के लोगों ने इस पर चिंता व्यक्त की है। ईसाई समुदाय के प्रतिनिधियों ने कहा है कि राज्य के ईसाई समुदाय के लोगों के साथ अत्याचार हो रहा है। छत्तीसगढ़ के क्रिश्चियन कम्युनिटी फोरम के अध्यक्ष अरुण पन्नालाल ने कहा कि हर रविवार को जब ईसाई प्रार्थना कर रहे होते हैं तब एक साथ चार-पांच चर्चों पर हमला होता है। उन्होंने कहा कि ईसाई समुदाय के लोगों का उत्पीड़न किया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ के क्रिश्चियन कम्युनिटी फोरम के अध्यक्ष ने कहा कि देवपुर में रविवार को हुए घटना के दिन ईसाई समुदाय के लोगों को लाठियों से पीटा गया। उन्होंने बताया कि ईसाई लोगों को चर्च में घुसने नहीं दिया गया। वो बताते हैं कि इससे कई लोगों को गंभीर चोटें आईं हैं। उन्होंने बताया कि कथित तौर पर पुलिस कांस्टेबलों के साथ मारपीट भी की गई। पुलिस ने पादरी के खिलाफ सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है।