दिल्ली में आम लोगों की थाली से 'गायब' हुआ टमाटर, पर सस्ती हरी सब्जियों ने दे दी बड़ी राहत

in #delhi2 years ago

नई दिल्ली: महंगाई के दौर में लोकल की हरी सब्जियां सस्ती हो गई हैं। हरियाणा, वेस्टर्न यूपी, उत्तराखंड, पंजाब और राजस्थान से दिल्ली आने वाली फसल लोकल मानी जाती है। वहीं दूर-दराज के राज्यों से आने वाली सब्जियों के दाम तेज हैं। कई जगह मौसम की गड़बड़ी ने सब्जी की फसल को नुकसान पहुंचाया है। आजादपुर सब्जी मंडी में थोक कारोबारी संजय भगत ने बताया कि अभी टमाटर का भाव भी आसमान पर है। पिछले दिनों दक्षिण भारत के कई हिस्सों में हुई बरसात ने फसल खराब कर दी। अब नई फसल आने में 10 से 15 दिन लगेंगे। तब जाकर टमाटर के रेट में भी कमी आएगी।

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संजय भगत ने बताया कि अब बारिश का सीजन करीब है। यदि दिल्ली के आसपास के राज्यों में बहुत अधिक बारिश नहीं हुई, तो सब्जियों के रेट सामान्य बने रहेंगे। अगर बरसात ज्यादा हो गई, तो फसल खराब हो सकती है। इसका असर सब्जियों के दामों पर भी पड़ेगा। अभी आजादपुर मंडी में भिंडी, सीताफल, करेला, तुरई, लौकी और पालक जैसी सब्जियां सस्ती हैं, जबकि मटर, फूलगोभी, पत्तागोभी, बीन्स और शिमला मिर्च जैसी सब्जियां महंगी हैं।

रिटेल सब्जी विक्रेता किशोर कुमार ने बताया कि अभी लोग सस्ती हरी सब्जियां ज्यादा खरीद रहे हैं। महंगी सब्जियों का सिर्फ भाव पूछा जा रहा है। अब तो मंडी से सस्ती सब्जियां ही खरीदकर लाते हैं। गर्मी के सीजन में लौकी, भिंडी, करेला, सीताफल और तुरई की सेल बढ़ जाती है। यह पचने में आसान होती है।