कनाडा से अरेस्ट करके भारत लाया जाएगा खालिस्तानी! जानें कौन है 10 लाख का इनामी हरदीप सिंह निज्जर

in #delhi2 years ago

Hardeep Singh nijjar: सितंबर 2021 में, निज्जर ने सीमा पार से 2 टिफिन बम, 2 हैंड ग्रेनेड और .9 मिमी की 3 पिस्तौल युक्त हथियारों की एक खेप भेजी। लेकिन पंजाब पुलिस ने तीन सदस्यीय मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया, जिसमें मोगा के कंवरपाल सिंह, कुलविंदर सिंह और कमलप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया गया था।
चंडीगढ़: पंजाब पुलिस ने कनाडा में बसे खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर के प्रत्यर्पण की मांग की है। हरदीप सिंह निज्जर पर आतंकवादी गतिविधियों का आरोप है। कहा जा रहा है कि निज्जर पंजाब में आतंकवाद को फिर से फैलाने का काम कर रहा है। निज्जर के प्रत्यर्पण की मांग 23 जनवरी, 2015 को जारी एक लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) और 14 मार्च, 2016 को जारी एक रेड कॉर्नर नोटिस के अनुसरण में है। 1 जुलाई, 2020 को भारत सरकार ने निज्जर को 8 अन्य लोगों के साथ नामित आतंकवादी घोषित किया गया था। इस साल जुलाई में उसके सिर पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पंजाब पुलिस के तैयार किए गए एक डोजियर से पता चलता है कि निज्जर 2012 में पाकिस्तान में रहने वाले जगतार सिंह तारा का करीबी सहयोगी था। वह तारा से मिलने के लिए अप्रैल 2012 में पाकिस्तान गया था।
निज्जर ने पंजाब में रोपड़ जिले के मुगल माजरी निवासी परमिंदर काला को राज्य में केटीएफ मॉड्यूल खड़ा करने के लिए प्रेरित किया। परमिंदर ने बाबा प्यारा सिंह भनियारावाला और शिवसेना नेता संजीव घनौली को उनकी कथित पंथ विरोधी गतिविधियों के लिए निशाना बनाने के लिए यह मॉड्यूल बनाया।

लुधियाना के युवा असलहों को चलाने की ट्रेनिंग लेने गए थे कनाडा
दिसंबर 2015 में, निज्जर ने कथित तौर पर मिशन हिल्स, बीसी, कनाडा में एक हथियार प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया, जिसमें मनदीप सिंह धालीवाल भी शामिल हुआ। मनदीप मूल रूप से लुधियाना जिले के चक कलां का रहने वाला था। उसे और 3 अन्य युवाओं को एके -47 असॉल्ट राइफल, स्नाइपर राइफल और पिस्तौल का उपयोग करने की ट्रेनिंग दी गई। मनदीप को जनवरी 2016 में टारगेट किलिंग को अंजाम देने के लिए पंजाब भेजा गया था, लेकिन योजना को अंजाम देने से पहले ही उसे जून में गिरफ्तार कर लिया गया।

ऐसे बनाया केटीएफ मॉड्यूल
पुलिस डोजियर के मुताबिक, 2020 में निज्जर ने मोगा (अब कनाडा में छिपे हुए) के गैंगस्टर अर्शदीप सिंह डाला के साथ मिलकर पंजाब में चार सदस्यीय केटीएफ मॉड्यूल खड़ा किया था। यह मॉड्यूल 20 नवंबर, 2020 को बठिंडा जिले के भगत बैका में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी मनोहर लाल को मारने में सफल रहा। इसके अलावा, उन्होंने जुलाई 2021 में फरीदकोट जिले के गांव डागू रोमाना निवासी शक्ति सिंह और तेजिंदर पिंका की हत्या कर दी। 14 जुलाई, 2021 को मोगा में सनशाइन क्लॉथ स्टोर के मालिक की हत्या की गई। तीन मॉड्यूल सदस्यों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया था, जिसमें तीन .32 बोर पिस्तौल और 53 कारतूस के साथ एक .315 बोर पिस्तौल बरामद हुए थे।
सितंबर 2021 में, निज्जर ने सीमा पार से 2 टिफिन बम, 2 हैंड ग्रेनेड और .9 मिमी की 3 पिस्तौल युक्त हथियारों की एक खेप भेजी। लेकिन पंजाब पुलिस ने तीन सदस्यीय मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया, जिसमें मोगा के कंवरपाल सिंह, कुलविंदर सिंह और कमलप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया गया था।

हरियाणा में भी मिला था मॉड्यूल
निज्जर के लिए काम करने वाले एक और 3 सदस्यीय मॉड्यूल का भंडाफोड़ हरियाणा पुलिस ने 19 फरवरी, 2022 को किया था, जो पंजाब में कॉन्ट्रैक्ट किलिंग में शामिल था। उन्होंने रोपड़ जिले के ग्राम उधमपुर के सरपंच अवतार सिंह की हत्या कर दी थी। इनके पास से एक एके-47 राइफल, 49 कारतूस और 3 यूएस निर्मित पिस्टल बरामद किए गए। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक अलग डोजियर तैयार किया है। इमें कनाडा में निज्जर की भारत विरोधी गतिविधियों पर प्रकाश डाला गया है। इस साल 14 जुलाई को सरे में एक सिख नेता रिपुदमन सिंह मल्लिक की हत्या के पीछे उसका हाथ होने का संदेह है।

एनआईए के डोजियर में कहा गया है कि रिपुदमन की हत्या की सच्चाई तक पहुंचने के लिए, कनाडाई पुलिस को निज्जर और उसके साथियों से पूरी तरह से पूछताछ करने की जरूरत है। दो संदिग्धों, 21 वर्षीय टान्नर फॉक्स और 23 वर्षीय जोस लोपेज की गिरफ्तारी अपराध के पीछे के मकसद की व्याख्या नहीं करती है।Navbharat-Times - 2022-08-13T144107.299.jpg