संपत्ति के लालच में दादा व चाचा ने की थी किशोर की हत्या, गला घोंटकर शव फंदे से लटकाया था

in #delhi2 years ago

arrest_1657978089.jpeg

सुल्तानपुर जिले के कूरेभार क्षेत्र के बरौला गांव में किशोर की हत्या संपत्ति के लालच में उसके दादा और चाचा ने मिलकर की थी। हत्या के बाद शव को फंदे से लटका दिया गया था। यह खुलासा पुलिस ने शनिवार को किशोर की हत्या के आरोपी दादा और एक चाचा को गिरफ्तार करने के बाद किया। हत्या के आरोपी एक अन्य चाचा की तलाश में पुलिस की टीम हरिद्वार गई है।

बरौला निवासी अभय कुमार (14) पुत्र स्व. अजयनाथ यादव का शव गत मंगलवार को घर के बगल स्थित कमरे में फंदे से लटका मिला था। मौत की सूचना मृतक के चाचा शोभनाथ यादव ने अभय के ननिहाल भीटी थाना जयसिंहपुर निवासी अमरजीत यादव को दी थी। बुधवार को पोस्टमॉर्टम होने के बाद मृतक के ननिहाल वालों ने एसपी दफ्तर के सामने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि अभय के पिता अजयनाथ की वर्ष 2007 में दिल्ली में हत्या कर दी गई थी। इसके बाद मां-बाप का इकलौता बेटा अभय ननिहाल में रहता था। कभी-कभार वह बरौला आता-जाता था। मौत से पहले रविवार को उसे ननिहाल से बरौला गांव बुलाया गया था, जहां मंगलवार को उसकी हत्या कर दी गई।

सिटी मजिस्ट्रेट कहकशां अंजुम के आदेश पर पुलिस ने अमरजीत यादव की तहरीर पर अभय के दादा सियाराम यादव, चाचा शोभनाथ यादव व विजय नाथ के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी अभय की गला घोंटकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई। छानबीन के दौरान एसओ कूरेभार लक्ष्मीकांत मिश्र ने शनिवार को अभय के दादा सियाराम और चाचा शोभनाथ को गिरफ्तार कर लिया। एसओ ने बताया कि विजय नाथ यादव की तलाश में पुलिस टीम हरिद्वार गई है।

मोटर पार्ट्स की फैक्ट्री में हिस्सा व पांच बीघा भूमि के लिए किया कत्ल
कूरेभार। पुुलिस छानबीन में पता चला कि बरौला निवासी सियाराम यादव के तीन पुत्र जयनाथ यादव, शोभनाथ यादव और विजय नाथ यादव थे। अजयनाथ की दिल्ली में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। अजय नाथ का एकलौता बेटा अभय था। अजयनाथ की मौत के बाद से ही अभय अपने ननिहाल भीटी गांव में ही रहता था। थे। एसओ कूरेभार लक्ष्मीकांत मिश्र के मुताबिक जांच में पता चला कि हरिद्वार में मोटर पार्ट्स बनाने की एक बड़ी फैक्ट्री है। उसके मालिक सियाराम के तीनों बेटे थे। गांव में अभय के हिस्से में करीब पांच बीघा भूमि थी। अभय अपने ननिहाल में रहता था। गत दिनों हरिद्वार से उसके चाचा विजयनाथ ने फोन करके संपत्ति में हिस्सा देने के लिए बरौला गांव आने को कहा था। चाचा के बुलाने पर अभय गत रविवार को गांव आया था, जहां मंगलवार को उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई।