दिल्ली में मछलियों की मौत पर केजरीवाल सरकार ने उठाया बड़ा कदम
नई दिल्ली: दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने बाहरी दिल्ली के नजफगढ़ नाले में बड़ी संख्या में मछलियों की मौत की घटना की जांच के लिए 11 सदस्यीय समिति का गठन किया है।
जांच में इस पर भी गौर किया जाएगा कि क्या घटना के पीछे उर्वरक प्रदूषण एक कारण है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। जांच के बाद इस पर कोई ठोस कदम उठाए जाने की बात भी कही जा रही है।
समिति में दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी), केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), राजस्व विभाग, वन और वन्यजीव विभाग तथा पशुपालन विभाग के सदस्य शामिल हैं। समिति के एक सदस्य ने कहा कि हमने कई स्थानों से पानी के नमूने एकत्र किए हैं और इनका परीक्षण किया जा रहा है, ताकि आक्सीजन, भारी धातु, अमोनिया, नाइट्रेट्स और फास्फेट की सांद्रता का पता लगाया जा सके। आसपास के गांवों से कृषि क्षेत्रों से उर्वरक के बहकर पहुंचने की आशंका है।
उन्होंने कहा कि कुछ मछलियों को नमूने के लिए एकत्र किया गया है। तीन-चार दिनों में रिपोर्ट आएगी। डीपीसीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रविवार सुबह नाले से लिए गए पानी के नमूनों की जांच रिपोर्ट आ गई है।रिपोर्ट को समिति को सौंप दिया गया है जो इसे अपने निष्कर्षों में शामिल करेगी।
अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली-हरियाणा सीमा से लगे नजफगढ़ नाले में ढंग से बड़ी संख्या में मछलियां मृत पाई गई हैं। पास के झुलझुली गांव के निवासियों ने कहा कि नाले से करीब 200 मीटर दूर उनके गांव के एक तालाब में मछलियां भी मृत पाई गई हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों दिल्ली के रावता गांव और हरियाणा के ढांसा बांध के बीच नाले के पांच किलोमीटर के हिस्से में ही मछलियां मृत मिली हैं। नजफगढ़ नाला ढांसा गांव के पास दिल्ली में प्रवेश करता है और यमुना में मिल जाता है। इसके बाद से हड़कंप मचा हुआ है।