अगस्त में मिलेगा नौसेना को देश का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर
भारत के पहले स्वदेशी इंडिजिनिस एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत ने चौथे फेस के सी ट्रायल 10 जुलाई को पूरे कर लिए हैं। सी ट्रायल के दौरान एयरक्राफ्ट कैरियर में ज्यादातर इक्विपमेंट और सिस्टम के अलावा एविएशन फैसिलिटी और कंपलेक्स इक्विपमेंट के ट्रायल भी पूरे कर लिए गए हैं।
चौथे सी ट्रायल्स के सफलतापूर्वक पूरे होने के बाद जुलाई के अंतिम सप्ताह तक नेवी को एयरक्राफ्ट कैरियर की डिलीवरी दे दी जाएगी जिसके बाद अगस्त में आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए देश के पहले आईएसी विक्रांत को नौसेना में कमीशन किया जाएगा।
भारतीय नौसेना और कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड ने डिजाइन और डिवेलप किया है देश का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर
भारत में डिजाइन और निर्मित हुए एयरक्राफ्ट कैरियर को भारतीय नौसेना और कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड ने मिलकर पूरा किया है। यह आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया का बेहतरीन उदाहरण है क्योंकि इस एयरक्राफ्ट कैरियर में 76 फीसदी स्वदेशी कंटेंट है जिसकी वजह से भारत में डिजाइन और निर्माण की क्षमताओं को संबल मिला है। साथ-साथ इससे जुड़ी हुई तमाम इंडस्ट्रीज के लिए भी नए अवसर पैदा हुए हैं। इंडियन एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत को बनाने में कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड के 2000 कर्मचारियों को मौका मिला और इससे जुड़ी हुई अलग-अलग कंपनियों के 12,000 प्रोफेशनल को काम मिला।
पिछले साल अगस्त में शुरू हुए थे विक्रांत के सी ट्रायल