छटीकरा में किशोरी के साथ दुष्कर्म, पुलिस के आते ही लड़की को दूसरी मंजिल से फेंका

in #deepak2 years ago

IMG_20220501_195018.jpgजैंत थाना क्षेत्र के छटीकरा में शुक्रवार की सुबह 4 बजे सोते हुए किशोरी को घर से अगवा करके दुष्कर्म किया गया। सूचना पर पहुंची जैंत पुलिस के सामने आरोपी ने किशोरी को मकान की दूसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया। गंभीर रूप से घायल किशोरी को शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। खतरे से बाहर किशोरी का पुलिस ने सौ शैय्या में चिकित्सकीय परीक्षण कराया है। आरोपी समेत तीन के खिलाफ थाना जैंत में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। थाना जैंत के छटीकरा में एक ठेकेदार की १६ साल की बेटी दो भाई और बहनों के संग दूसरी मंजिल पर सो रही थी। नीचे उसके दादा और दादी सो रहे थे। मां बेटे के साथ मायके गई थी। बृहस्पतिवार की रात दो बजे किशोरी के पिता घर आए तो देखा उनकी बेटी कमरे में नहीं है। काफी तलाश किया पर सुराग नहीं लगा। इसकी सूचना जैंत पुलिस को दी। शुक्रवार की सुबह ४ बजे जैंत पुलिस जैसे ही पहुंची तो आरोपी युवक ने दूसरी मंजिल से किशोरी को नीचे फेंक दिया। ऐसा होते देख पुलिस भी दंग रह गई। गंभीर रूप से घायल किशोरी को शहर के एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। देर शाम को पुलिस ने किशोरी का चिकित्सकीय परीक्षण भी कराया। पिता की तहरीर पर बहनोई श्रीचंद, बहन नीतू और अनिल के खिलाफ दुष्कर्म, पॉक्सो और जानलेवा हमले की संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। सीओ सदर प्रवीण मलिक ने बताया कि किशोरी की डॉक्टरी कराई गई है। तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल मुख्य आरोपी अनिल निवासी खानपुर बुलंदशहर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जोकि बहन और बहनोई के पास रहता है। जल्द ही दोनों आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। ग्रामीण रामकुमार ने बताया कि लगातार बढ़ रहे अपराधों पर अंकुश लगाने में जैंत पुलिस नाकाम हो रही है। कई बार तो पीड़ितों को थाने से भगा दिया जाता है। पुलिस अफसरों के आदेश पर जरूर अपराधों के मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। उसके बाद दर्ज मुकदमे पर कोई कार्रवाई नहीं और न खुलासा करने में कोई दिलचस्पी दिख रही है। 20 अप्रैल को हुई लूट का खुलासा करने में अभी तक जैंत पुलिस को कामयाबी नहीं मिली है। इसके अलावा कई मामलों में जैंत पुलिस को किरकिरी तक झेलनी पड़ी है। बावजूद इसके उसकी कार्यप्रणाली में कतई भी बदलाव तक नहीं दिखा है। किशोरी को पुलिस के सामने दूसरी मंजिल से फेंकना भी अपराधियों के मन में वर्दी का खौफ खत्म करता दिख रहा है