बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा की मालगाड़ी से कटकर मौत

in #dead7 days ago

औरैया 12 सितम्बरः (डेस्क)फफूंद रेलवे स्टेशन के पास मालगाड़ी से कटकर बीएससी छात्रा की मौत

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औरैया जिले के फफूंद रेलवे स्टेशन के पास डीएफसी रेलवे लाइन पर एक बीएससी की छात्रा मालगाड़ी की चपेट में आ गई, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

घटना शनिवार को फफूंद रेलवे स्टेशन के पश्चिमी सिंग्नल के पास दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर हुई। छात्रा रील बना रही थी, तभी अचानक मालगाड़ी आ गई और उसे कुचल दिया।

पुलिस ने मृतका की शिनाख्त कन्नौज निवासी 20 वर्षीय सपना पुत्री राजेश के रूप में की है। उसके परिवार वालों को सूचना दे दी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।

मृतका का परिचय
सपना एक बीएससी की छात्रा थी और कन्नौज जिले के एक गांव की रहने वाली थी। उसके परिवार में माता-पिता और दो भाई-बहन हैं। वह अपने परिवार की इकलौती कमाऊ सदस्य थी और अपने परिवार का भरण-पोषण करने में मदद करती थी।

सपना एक बहुत ही मेहनती और लक्ष्य-उन्मुख छात्रा थी। वह अपने सपनों को पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रही थी। उसका सपना था कि वह अपने परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बनाए और उन्हें एक बेहतर जीवन स्तर प्रदान करे।

घटना का विवरण
शनिवार को सपना अपने दोस्तों के साथ फफूंद रेलवे स्टेशन के पास आई थी। वह और उसके दोस्त वहां एक वीडियो रील बना रहे थे। जैसे ही वह रील बना रही थी, अचानक एक मालगाड़ी आ गई और उसे कुचल दिया।

रेलवे ट्रैक पर कटा शव पड़ा होने की सूचना रेलवे ट्रैक पर काम कर रहे मजदूरों ने पुलिस को दी। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

परिणाम और प्रतिक्रिया
सपना की मौत से उसके परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है। उसके माता-पिता और भाई-बहन इस दर्दनाक घटना से टूट गए हैं। वह अपने परिवार का एकमात्र आर्थिक सहारा थी और उसकी मौत से उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है।

इस घटना ने एक बार फिर रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा की कमी को उजागर किया है। रेलवे प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने की जरूरत है। रेलवे ट्रैक के किनारे सुरक्षा दीवारें लगाने, सिग्नल प्रणाली को मजबूत करने और लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।

सपना की मौत ने एक बार फिर यह साबित किया है कि रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा उपाय अभी भी पर्याप्त नहीं हैं। इस घटना से सबक लेते हुए, रेलवे प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को मिलकर काम करना होगा और ऐसी दर्दनाक घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने होंगे।