Vinesh Phogat: टोक्यो ओलंपिक के बाद कुश्ती छोड़ने का मन बना चुकी थीं विनेश फोगाट, ये था कारण

in #ddnews2 years ago

Vinesh Phogat on her Wrestling Career: बर्मिंघम में संपन्न हुए कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth games 2022) में गोल्ड मेडल जीतने वाली महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) एक समय कुश्ती छोड़ने का मन बना चुकी थी. लगातार दो ओलंपिक में मेडल नहीं जीत पाने से वह परेशान थीं. बर्मिंघम से लौटने के बाद विनेश ने इस बात का जिक्र किया.

विनेश फोगाट रियो ओलंपिक 2016 में घुटने की चोट के चलते मेडल नहीं जीत पाईं थीं. इसके बाद टोक्यो ओलंपिक 2020 में वह अपनी वैट कैटेगरी में वर्ल्ड नंबर-1 के तौर पर उतरी थीं लेकिन क्वार्टर फाइनल में उलटफेर का शिकार होकर मेडल चूक गईं थीं. इसके बाद विनेश कुश्ती को हमेशा के लिए छोड़ने का विचार करने लगी थीं. हालांकि उन्होंने खुद को मजबूत बनाया और परिवार और दोस्तों के सपोर्ट से इस विचार से भी मुक्त हो गईं. विनेश कहती हैं, 'मैं एक बड़े मानसिक रूकावट को पार करने में कामयाब रही. मैं कुश्ती को लगभग छोड़ने का मन बना चुकी थी क्योंकि मैं दो ओलंपिक में एक भी मेडल नहीं जीत पाई थी. एक एथलीट के लिए ओलंपिक सबसे बड़ा स्टेज होता है. हालांकि मेरे परिवार ने मुझे हमेशा सपोर्ट किया. उन्हें हमेशा मेरी काबिलियत पर विश्वास था.'

'पीएम मोदी ने दिलाया खुद पर भरोसा'
विनेश ने इस बुरे समय से निकलने में पीएम मोदी से हुई मुलाकात को भी श्रेय दिया. उन्होंने कहा, 'जब मैं बेहद परेशान थी तब मैं मोदी जी से मिली. उन्होंने मुझे प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा- हम आप पर भरोसा करते हैं और आप कर सकती हो. उनके इस भरोसे ने मेरे अंदर ऊर्जा पैदा की.'

'हारने के बाद मिलने वाला सपोर्ट रखता है मायने'
विनेश कहती हैं, 'जब आप जीतते हैं तो सभी आपके साथ खड़े होते हैं. लेकिन हारने के बाद आपको जो सपोर्ट मिलता है, वह बहुत ज्यादा मायने रखता है. और मुझे ये सपोर्ट मेरे परिवार और फैंस से मिला. मैं खुद को साबित करना चाहती थी. मुझे जो सपोर्ट मिल रहा था, वह भी मेरे दिमाग में था. मैं खुद को निराश नहीं करना चाहती थी. कुछ लोग जिनसे में कभी नहीं मिली. न मैं उन्हें जानती हूं लेकिन मुझे उनका सपोर्ट मिलता रहा. मैंने बस सोचा कि मुझे उनके लिए फिर से उठना होगा.'Screenshot_2022-08-14-12-39-09-43_40deb401b9ffe8e1df2f1cc5ba480b12.jpg