माहे रमज़ान के आखरी जुमा पर शिया समुदाय द्वारा जामा मस्जिद व करैली मे विदा की नमाज़

in #culture2 years ago

IMG-20220428-WA0017.jpgचक शिया जामा मस्जिद व मस्जिद ए खदीजा करैली मे 11:59 पर अज़ान और उसके फौरन बाद इमाम ए जुमा का खुत्बा फिर लगभग एक घंटे के बाद बाजमात नमाज़ ए जुम्मतुल विदा की विशेष नमाज़ अदा की जायगी

प्रयागराज -प्रत्येक जुमा पर शिया समुदाय द्वारा कम से कम साढ़े पाँच किलो मीटर के फासले पर ही जुमा की नमाज़ अदा कराए जाने के शरीयती फैसले की वजहा से शहर मे दो जगहों पर क़ायम मस्जिद मे ही जुमे की नमाज़ अदा हो सकती है इसीके मद्देनज़र चक ज़ीरो रोड पर शिया जामा मस्जिद और दूसरी जगहा मस्जिद ए खदीजा करैली है जहाँ जुमा की नमाज़ रवायत के मुताबिक़ हो सकती हैं वही शहर से बाहर जमुनापार मे दाँदूपूर और शहर पश्चिमी के प्रीतमनगर व सैदपूर और गंगापार मे फूलपूर सेवईत ,कोराली मे शिया समुदाय की जुमा की नमाज़ होती है।उम्मुल बनीन सोसाईटी के महासचिव सै०मो०अस्करी के अनुसार माहे रमज़ान के अन्तिम शुक्रवार को इस वर्ष प्रशासन की ओर से सड़क पर नमाज़ की इजाज़त न दिये जाने के कारण चक ज़ीरो रोड शिया जामा मस्जिद के अन्दूरुनी हिस्से मे ही आज जुम्मतुल विदा की नमाज़ इमाम ए जुमा मौलाना सैय्यद हसन रज़ा ज़ैदी की इमामत मे अदा की जायगी।वहीं करैली की मस्जिद बीबी खदीजा मे मौलाना सैय्यद रज़ी हैदर साहब क़िबला की इमामत मे नमाज़ ए जुम्मतुल विदा अदा की जायगी।मस्जिद खदीजा इन्तेज़ामिया कमेटी व मुतावल्ली हसन आमिर ने लोगों से अपील की है की चक शिया जामा मस्जिद मे इस बार सड़को पर नमाज़ की इजाज़त नही है। नमाज़ीयों की सहुलियत के लिए मस्जिद ए खदीजा मे प्रयाप्त जगहा है और मस्जिद का जो खुला स्थान है उसमे टेन्ट दरी फर्श के साथ जानमाज़ और सिजदगाह का भी माक़ूल इन्तेज़ाम रहेगा।आप सभी से दरख्वास्त है कानूनी प्रकृया के अनुसार और कोर्ट व सरकार के दिशानिर्देशानुसार ही नमाज़ जुम्मतुल विदा अदा करें ।अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया के प्रवक्ता सैय्यद मोहम्मद अस्करी ने लोगो से अपील की है की जो लोग चक जामा मस्जिद जा सकते हैं वह बेशक जाएँ लेकिन यह सोच कर जाएँ की वहाँ पर सड़को पर नमाज़ नही होगी और दोनो मस्जिदों मे नमाज़ का समय भी एक ही है ऐसे मे समय व्यर्थ न करते हुए पहले से किसी एक मस्जिद को मुन्तखिब कर वहीं वक़्त पर पहोँचे।अज़ान लगभग ११ बज कर ५९ मिनट पर होगी फिर इमाम ए जुमा खुत्बा पढ़ेंगे।लगभग १ बजे जमात खड़ी होगी। वहीं अहले सुन्नत की सभी छोटी बड़ी मस्जिदों मे जुम्मतुल विदा की नमाज़ अदा की जायगी।किसी भी फिरक़े को सड़को पर नमाज़ अदा करने की परमीशन शासन व प्रशासन से नहीं है।चौक जामा मस्जिद के अन्दर ही जितने नमाज़ी आ सकते हैं उतने ही लोगों को प्रवेश मिलेगा।रौशनबाग़ की शाह वसीउल्लाह मस्जिद ,दायरा शाह अजमल की खानकाह मस्जिद बैदनटोला ,अटाला, रसूलपूर ,करैली ,दरियाबाद ,रौशनबाग़ ,अकबरपूर ,बख्शी बाज़ार ,रानीमण्डी ,सब्ज़ीमण्डी ,बरनतला ,शाहनूर अलीगंज ,बड़ा ताज़ीया व बुड्ढा ताज़िया की मस्जिद ,कटरा ,राजापूर ,सिविल लाईन्स ,धोबीघाट ,बहादुरगंज ,
हटिया ,समदाबाद हसन मंज़िल , नैनी के कसाई मोहल्ला ,चिकवनटोला आदि के साथ ग्रामीण इलाक़ो की सभी मस्जिदों मे 12 बजे से लेकर 2 बजे तक जुम्मतुल विदा की विशेष नमाज़ ओलमाओं की इमामत मे अदा कराई जायगी।