रामघाट पर श्रीकृष्ण को कराया जलविहार

in #culture3 days ago

चित्रकूट 16 सितंबर:(डेस्क)चित्रकूट में भगवान श्री कृष्ण की विशाल शोभा यात्रा और जल विहार उत्सव का आयोजन किया गया। यह उत्सव श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मनाया गया, जिसका उद्देश्य धार्मिक और सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देना था।

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इस विशेष अवसर पर, शोभा यात्रा का प्रारंभ जिले के प्रमुख स्थलों से किया गया, जिसमें भक्तों की बड़ी संख्या शामिल हुई। यात्रा में भगवान श्री कृष्ण की भव्य झांकियां, धार्मिक गीत-संगीत और नृत्य प्रस्तुत किए गए। भक्तों ने इस अवसर पर भगवान श्री कृष्ण की आरती की और उनके प्रति अपनी भक्ति व्यक्त की।

शोभा यात्रा का मार्ग रामघाट की ओर था, जहां शाम को जल विहार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जल विहार में श्रद्धालुओं ने गंगा जल लेकर भगवान को अर्पित किया और उनके प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की। इस कार्यक्रम में स्थानीय लोगों के साथ-साथ दूर-दूर से आए भक्तों ने भी भाग लिया।
उत्सव के दौरान, आयोजकों ने सुरक्षा व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा था ताकि सभी श्रद्धालु सुरक्षित रह सकें। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए।

जल विहार कार्यक्रम के बाद, अगले दिन 15 सितंबर को भगवान का बाल भोग और दिव्य तुलादान दर्शन आयोजित किया जाएगा। इसके बाद 16 सितंबर को छप्पन भोग भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें भक्तों को प्रसाद वितरण किया जाएगा।
महोत्सव के आयोजकों ने बताया कि पिछले 50 वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है, और हर साल इसे धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष विशेष रूप से इसे ऐतिहासिक बनाने के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

इस प्रकार, चित्रकूट में भगवान श्री कृष्ण की शोभा यात्रा और जल विहार उत्सव ने धार्मिक और सांस्कृतिक एकता का एक अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। यह उत्सव न केवल श्रद्धालुओं के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण घटना बन गई है, जो आने वाले वर्षों में भी जारी रहेगा।