कानून की गिरफ्त में आया कथित चिकित्सक
सम्भल/असमोली l धन के लालच में मरीजों के जीवन की सुरक्षा को नजर अंदाज कर उपचार करना झोलाछाप को भारी पड़ गया। डिप्टी कलेक्टर ने असमोली के मनौटा पुल के निकट चैकिंग के दौरान झोलाछाप करते पाया तो उसका क्लीनिक सील कर दिया। इतना ही नहीं झोलाछाप के विरूद्ध थाने में मुकदमा दर्ज कराया। जिसके बाद पुलिस ने झोलाछाप को गिरफ्तार कर लिया। डिप्टी कलेक्टर पराग महेश्वरी गुरूवार को चिकित्सा अधीक्षक चन्दौसी के साथ गुरूवार को असमोली के मनौटा पुल पर जांच पड़ताल के लिए पहुंचे तो वहां पर मौ. आसिफ नाम का शख्स अवैध रूप से क्लीनिक संचालित कर रहा था। इतना ही नहीं लोगों को भ्रमित कर बबासीर का इलाज कर रहा था। जब उस चिकित्सक से क्लीनिक संचालन तथा डाक्टर की डिग्री के अभिलेख मांगे तो वह बगलें झांकने लगा। जब कही जाकर उसके
झोलाछाप होने तथा धन के लालच में मरीजों के जीवन की सुरक्षा को नजर अंदाज कर उपचार करने का मामला प्रकाश में आया। इसके बाद डिप्टी कलेक्टर ने झोलाछाप का क्लीनिक सीज कर थाने में मुकदमा दर्ज कराया तो पुलिस भी हरकत में आ गई और झोलाछाप को गिरफ्तार कर लिया। वहीं डिप्टी कलेक्टर की छापामार कार्यवाही से झोलाछापों में हडकम्प मच गया और वह अपने अपने क्लीनिक बन्द कर चले गये ।